ELECRAMA 2025: चंडीगढ़ रोडशो ने दिखाया बिजली और तकनीक का नया भविष्य
ट्रिब्यून न्यूज़ सर्विस
चंडीगढ़, 20 जनवरी
भारत के ऊर्जा क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का सपना लेकर, ELECRAMA 2025 का काउंटडाउन चंडीगढ़ से शुरू हो चुका है। इंडियन इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (IEEMA) द्वारा आयोजित इस रोडशो ने न केवल पंजाब और हरियाणा की उपलब्धियों को उजागर किया, बल्कि तकनीक और नवाचार के क्षेत्र में भारत की ग्लोबल लीडरशिप को भी रेखांकित किया।
22 से 26 फरवरी, 2025: बिजली क्षेत्र का ‘महाकुंभ’
ELECRAMA 2025 दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिकल शो के रूप में आयोजित होगा, जिसमें 1,100 से अधिक प्रदर्शक, 400,000 बिजनेस विज़िटर, 15,000 बी2बी मीटिंग्स और 80 देशों के 600 से ज्यादा खरीदार शामिल होंगे। इस आयोजन की खास बात यह है कि पंजाब और हरियाणा के 73 से अधिक प्रदर्शक इस बार भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
जर्मनी और फ्रांस: भारत के ऊर्जा सपने को देंगे अंतरराष्ट्रीय पहचान
इस बार जर्मनी ‘फोकस कंट्री’ और फ्रांस ‘एसोसिएट पार्टनर’ होंगे। IEEMA के अध्यक्ष-निर्वाचित और ELECRAMA 2025 के चेयरमैन विक्रम गंडोत्रा ने कहा, “यह आयोजन न केवल भारत के ऊर्जा क्षेत्र को ग्लोबल पहचान देगा, बल्कि हमारी तकनीकी और नवाचार क्षमताओं को भी दुनिया के सामने पेश करेगा। ELECRAMA अब केवल एक प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि ऊर्जा क्रांति का प्रतीक बन चुका है।”
चंडीगढ़: भारत का पहला कार्बन-फ्री शहर बनने की ओर
चंडीगढ़ के अक्षय ऊर्जा प्रयासों की सराहना करते हुए IEEMA की महानिदेशक चारु माथुर ने कहा, “2030 तक चंडीगढ़ को देश का पहला कार्बन-फ्री शहर बनाने की योजना दिखाती है कि भारत न केवल पर्यावरणीय जिम्मेदारी निभा रहा है, बल्कि नवाचार में भी अग्रणी है। ELECRAMA 2025 ऐसे ही प्रयासों को ग्लोबल मंच पर लाने का माध्यम बनेगा।”
रोडशो से उठी उत्तर भारत की आवाज
रोडशो के दौरान, IEEMA नॉर्थ चेयरमैन आलोक अग्रवाल ने कहा, “उत्तर भारत की ऊर्जा क्षमता को ELECRAMA के जरिए वैश्विक बाजारों से जोड़ा जाएगा। यह न केवल क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि भारत के आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को भी मजबूत करेगा।”
ELECRAMA 2025 की अनूठी पहल
1. वर्ल्ड यूटिलिटी समिट: ऊर्जा से बिजली तक के सफर को सशक्त बनाने के लिए एक वैश्विक विचार मंच।
2. डोमेस्टिक बायर-सेलर मीट: नए इनोवेशन और उद्योग जगत के दिग्गजों के बीच सहयोग का प्लेटफॉर्म।
3. अंतरराष्ट्रीय पवेलियन: 10 से अधिक देश अपने तकनीकी कौशल का प्रदर्शन करेंगे
चंडीगढ़: भारत के ऊर्जा क्षेत्र की नई राजधानी?
यह रोडशो चंडीगढ़ को न केवल एक औद्योगिक केंद्र के रूप में, बल्कि भारत के ऊर्जा और तकनीकी भविष्य के केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है।