हरियाणा दिवस पर बुजुर्गों को मिल सकता है पेंशन बढ़ोतरी का तोहफा
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 10 अक्तूबर
हरियाणा के बुजुर्गों, विधवाओं, बेसहारा महिलाओं व दिव्यांगों को मनोहर सरकार की 10वीं और भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की 5वीं वर्षगांठ पर तोहफा मिल सकता है। सरकार इन वर्गों की पेंशन में बढ़ोतरी करने का मन बना रही है। पिछले दिनों सीएम मनोहर लाल खट्टर वित्त विभाग के आला अधिकारियों के साथ अहम बैठक भी कर चुके हैं। वर्तमान में इन वर्गों को 2750 रुपये मासिक पेंशन मिल रही है। इसे बढ़ाकर 3000 रुपये किया जा सकता है। बहुत संभव है कि सरकार की वर्षगांठ के मौके पर या फिर पहली नवंबर यानी हरियाणा दिवस के मौके पर इस तोहफे का ऐलान हो।
गौर हो कि भाजपा ने 2019 के चुनावी घोषणापत्र में पेंशन को बढ़ाकर 3000 रुपये मासिक करने का ऐलान किया था। उस समय राज्य में बुढ़ापा पेंशन 2000 रुपये मासिक थी। 2014 के लोकसभा चुनावों में राज्य में लोकसभा की 10 में से 7 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद भाजपा ने अक्तूबर-2014 के विधानसभा चुनावों में पेंशन को बढ़ाकर 2000 रुपये करने का वादा किया था। उस समय तक हुड्डा सरकार के दौरान पेंशन 1000 रुपये मासिक चल रही थी। हालांकि हुड्डा सरकार ने नवंबर-2014 से पेंशन को बढ़ाकर 1500 करने का ऐलान किया हुआ था। इसके लिए बाकायदा कैबिनेट में मंजूरी भी दी गई थी लेकिन कांग्रेस सत्ता में नहीं आ पाई। खट्टर सरकार ने सत्ता में आने के बाद 200 रुपये सालाना के हिसाब पेंशन में बढ़ोतरी शुरू की और इस तरह पांच वर्षों में पेंशन को बढ़ाकर 2000 तक किया गया।
2019 के विधानसभा चुनावों में जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने सत्ता में आने के बाद 5100 रुपये पेंशन करने का वादा किया था। चुनावी नतीजे ऐसे आए कि भाजपा बहुमत से दूर रह गई। ऐसे में 10 विधायकों वाली जजपा के साथ गठबंधन करके सरकार का गठन किया। दोनों पार्टियों के चुनावी वादों को पूरा करने के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तय किया गया। इसके लिए गृह मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में कमेटी का भी गठन हुआ। हालांकि भाजपा कई बार स्पष्ट कर चुकी है कि पेंशन बढ़ाकर 5100 रुपये करने का उनका वादा नहीं था।
भाजपा ने 3000 का वादा किया था और उसे पूरा किया जाएगा। बहरहाल, विपक्षी दल जहां भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पर पेंशन बढ़ाकर 5100 करने का दबाव बना रहे हैं वहीं जजपा नेताओं की दलील है कि वे पूर्ण बहुमत से सत्ता में नहीं आ पाए। अगर पूर्ण बहुमत में होते तो पहले ही दिन पेंशन बढ़ाकर 5100 की जाती।
'' बुजुर्गों को सर्वाधिक पेंशन देने वाला हरियाणा, देश का पहला राज्य है। जल्दी ही इसे बढ़ाकर 3000 रुपये मासिक किया जाएगा। अब प्रदेश के नागरिक को 60 वर्ष की आयु पूरी होने पर पेंशन के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ते। परिवार पहचान-पत्र के माध्यम से स्वतः ही पेंशन बन रही है। '' मनोहर लाल खट्टर, मुख्यमंत्री- हरियाणा