नार्को-गैंगस्टर नेटवर्क का इस्तेमाल कर एक माह में किये आठ विस्फोट
जुपिंदरजीत सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 22 दिसंबर
एक महीने में पंजाब को दहलाने वाले आठ विस्फोटों में उसकी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के साथ-साथ पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की छाप स्पष्ट हो गई है। पांच विस्फोटों का पूरी तरह से ‘पता लगा लिया गया है’, दो की जांच चल रही है, जबकि आठवें में संदिग्धों की पहचान कर ली गई है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ’यह आईएसआई का एक नया प्रयास है, जो भोले-भाले युवाओं को पैसे, ड्रग्स और विदेश में ‘सुरक्षित पनाहगाह’ का लालच देकर इस्तेमाल कर रही है।’ उन्होंने कहा ‘हमने 11 अन्य मॉड्यूल को नष्ट कर दिया है और आठ विस्फोट घटनाओं में से पांच का पूरी तरह से पता लगा लिया है।’
पुलिस जांच के अनुसार, अजनाला विस्फोट में आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था, जबकि शेष सात घटनाओं में, ऑस्ट्रिया निर्मित आर्गेस ग्रेनेड, संभवतः पाकिस्तानी सेना के पुराने स्टॉक से संबंधित थे, सीमा पार से बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के विभिन्न मॉड्यूल के हैंडलरो द्वारा ड्रोन के माध्यम से इनकी आपूर्ति की गई थी। आर्गेस ग्रेनेड का इस्तेमाल 1993 के मुंबई विस्फोटों, संसद हमले और हाल ही में सेक्टर 10 चंडीगढ़ विस्फोट में भी किया गया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘ये 2010 से पहले काफी आम थे जब सीमा पार से इनसे अधिक चीनी ग्रेनेड की तस्करी की जाती थी। ऐसा लगता है कि पुराना स्टॉक अब राज्य में भेजा जा रहा है,’। अजनाला पुलिस स्टेशन के बाहर लगाए गए आईईडी से करीब 700 ग्राम आरडीएक्स बरामद किया गया, सौभाग्य से यह फटा नहीं। अधिकारी ने कहा, ‘आरडीएक्स और ग्रेनेड को ड्रोन से उस स्थान पर गिराया गया था, जिसे ‘डेड लेटर बॉक्स लोकेशन’ कहा जाता है और स्थानीय संचालकों द्वारा उठाया गया था।’
पुलिस को संदेह है कि आरडीएक्स की कुछ मात्रा अभी भी कुछ हैंडलरों के पास हो सकती है, लेकिन मजबूत सुरागों के आधार पर जल्द ही इसका पता लगाए जाने और बरामद किए जाने की संभावना है। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि गिराई गई आरडीएक्स की मात्रा का आंशिक रूप से उपयोग किया गया है, लेकिन हम इसका पता लगाने जा रहे हैं।’
ये हैंडलर विदेश स्थित आतंकवादियों-सह-गैंगस्टर्स-सह-ड्रग तस्करों की निगरानी में थे, जिनमें हैप्पी पासिया, हैप्पी जाट, जीवन फौजी, मनु बागी और गोपी घनश्यामपुरिया शामिल थे। इन आरोपियों ने सोशल मीडिया पोस्ट पर दावा किया है कि वे अपने रिश्तेदारों के पुलिस उत्पीड़न का बदला लेने के लिए पुलिस प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहे थे।
कब-कब और कहां हुए धमाके
23 नवंबर 2024 : अजनाला थाना। करीब डेढ़ किलो वजनी आईईडी लगाया गया था।
पुलिस कार्रवाई : पता लगाया गया। दो भाई जशनदीप सिंह उर्फ डैनी और एक 17 वर्षीय किशोर को गिरफ्तार किया गया। इन्हें बीकेआई आतंकवादी हैप्पी पाशिया उर्फ पासिया और जंडियाला के भगोड़े ड्रग तस्कर हैप्पी जाट के माध्यम से आतंकवादी समूहों द्वारा काम पर रखा गया था।
29 नवंबर, 2024 : गुरबख्श नगर, अमृतसर
विवरण: रात 11 बजे एक परित्यक्त पुलिस चेकपोस्ट के पास एक विस्फोट हुआ।
पुलिस कार्रवाई : पता लगाया गया। जशनदीप डैनी और साथियों का वही बीकेआई मॉड्यूल।
2 दिसंबर 2024 : अंसारो पुलिस चौकी, नवांशहर
विवरण : ग्रेनेड हमले की सूचना मिली थी, लेकिन ग्रेनेड में विस्फोट नहीं हुआ और उसे निष्क्रिय कर दिया गया।
पुलिस कार्रवाई : पता लगाया गया। केजेडएफ के तीन युवकों -युगप्रीत, जसकरन और हरजोत- सभी राहों शहर के निवासी, को गिरफ्तार किया गया।
4 दिसंबर 2024 : मजीठा पुलिस स्टेशन, अमृतसर
विवरण : एक शक्तिशाली ग्रेनेड विस्फोट से पुलिस स्टेशन की खिड़कियाँ टूट गईं।
पुलिस कार्रवाई : पता लगाया गया। जशनदीप डैनी का बीकेआई मॉड्यूल।
13 दिसंबर 2024 : घणिया के बांगर थाना, बटाला
विवरण : कथित तौर पर पुलिस स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास एक ग्रेनेड फेंका गया था, लेकिन वह फटा नहीं।
पुलिस कार्रवाई: जांच चल रही है
17 दिसंबर, 2024 : इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन, अमृतसर
विवरण : सुबह 3 बजे पुलिस स्टेशन के पास एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ, जिससे आस-पास के घर हिल गए। बीकेआई मॉड्यूल और गैंगस्टर जीवन फौजी शामिल
पुलिस कार्रवाई : जांच चल रही है; नेतृत्व स्थापित किया गया
18 दिसंबर : बख्शीवाला पुलिस चेकपोस्ट, कलानौर, गुरदासपुर। ग्रेनेड विस्फोट
पुलिस कार्रवाई : जांच चल रही है; तीन संदिग्धों की हुई पहचान
20 दिसंबर : वडाला बांगर पुलिस चेकपोस्ट, कलानौर, गुरदासपुर। ग्रेनेड विस्फोट
पुलिस कार्रवाई : जांच चल रही है; मजबूत सुराग स्थापित