यमुना में बाढ़ रोकथाम के प्रयास कलेसर व बेलगढ़ में 50 करोड़ से बनाये जाएंगे कंक्रीट के तटबंध
यमुनानगर/छछरौली, 24 अक्तूबर (हप्र/निस)
यमुनानगर जिला के कई इलाकों में बाढ़ के दौरान भारी तबाही हुई थी। अगली बार कम नुकसान हो इसके लिए अभी से यमुना नदी के साथ लगते इलाकों के अलावा अन्य इलाकों में काम शुरू कर दिया गया है। योजनाएं तैयार की जा रही हैं। इसी दौरान उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ यमुना नदी के किनारे गांव कलेसर तथा बेलगढ़ क्षेत्र में पड़ने वाले बेलगढ़ बांध तथा कलेसर गांव में होने वाले बाढ़ राहत कार्यों का निरीक्षण किया व अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने ताजेवाला आरएलडीएसई बांध का भी दौरा किया और प्रस्तावित बाढ़ सुरक्षा कार्य की समीक्षा भी की।
यमुना नदी की बाढ़ रोकथाम के लिए बेलगढ़ में लगभग 40 करोड़ की लागत से कंक्रीट का तटबंध बनाया जाएगा। इसी तरह से कलेसर में 10 करोड़ की लागत से सीसी ब्लाक लगाकर बाढ़ रोकथाम के पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे।
गत मानसून सीजन में यमुना नदी की बाढ़ से गांव कलेसर में कई एकड़ भूमि नदी की बाढ़ में समा गई। इसी प्रकार बाढ़ से बेलगढ़ का तटबंध बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर बह गया था। उसकी जगह विभाग द्वारा मिट्टी के बैग लगाकर अस्थाई तौर पर रोकथाम की गई है। यमुना नदी की बाढ़ से होने वाले नुकसान की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन की ओर से समय रहते कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
‘प्रपोजल बनाकर जल्द भेजी जायेगी चंडीगढ़’
सिंचाई विभाग के जेई संजीव कुमार ने बताया कि बेलगढ़ बांध के समीप सीसी ब्लॉक व सीसी स्टड लगाए जाने की प्रपोजल तैयार की गई है, जिस पर लगभग 40 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि कलेसर गांव के समीप नदी किनारे को सीसी ब्लॉक लगाकर बाढ़ रोकथाम के मजबूत प्रबंध किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि बाढ रोकथाम के सभी कार्यों की विभागीय योजना को जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार के साथ डिस्कस किया गया है। उन्होंने बताया कि कलेसर गांव में नदी किनारे तटबंध पर लगभग 10 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। संदीप कुमार ने बताया कि अभी वर्क एजेंडा प्राइमरी स्टेज पर है। उन्होंने बताया तटबंधों के लिए प्रपोजल तैयार कर जल्द चंडीगढ़ भेज दी जाएगी।