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जाटों व ब्राह्मणों के साथ एससी-बीसी को भी साधने की कवायद

10:46 AM Oct 18, 2024 IST
जाटों व ब्राह्मणों के साथ एससी बीसी को भी साधने की कवायद
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 17 अक्तूबर
हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने वाली भाजपा ने कैबिनेट गठन में जातिगत संतुलन साधने की कोशिश की है। इस बार भाजपा ने 2014 से भी अधिक यानी 48 विधायकों के साथ पूर्ण बहुमत से सरकार का गठन किया है। चुनावों में भाजपा का खुलकर साथ देने वाली जातियों को भी इस बार सरकार में पूरा मान-सम्मान देने की कोशिश की है। प्रदेश के बड़े पिछड़ा वर्ग वोट बैंक को साथ जोड़े रखने के लिए इस कोटे से पांच विधायकों को कैबिनेट में जगह मिली है।
हालांकि इस बार कैबिनेट में पंजाबी चेहरों की संख्या कम है। पंजाबी कोटे से अकेले अनिल विज कैबिनेट मंत्री बने हैं।
मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में मुख्यमंत्री के अलावा दो पंजाबी विधायकों को मंत्री बनाया गया था। इनमें अनिल विज कैबिनेट मंत्री थे वहीं रोहतक से विधायक रहे मनीष कुमार ग्रोवर राज्य मंत्री थे। वहीं दूसरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अलावा अनिल विज शामिल थे।
नायब सरकार के पहले कार्यकाल में पंजाबी कोटे से सुभाष सुधा और सीमा त्रिखा को राज्य मंत्री बनाया गया था।

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बैकवर्ड वोट बैंक को लुभाने की कोशिश

भाजपा ने कैबिनेट गठन में भी बैकवर्ड वोट बैंक को अपने साथ जोड़े रखने की कोशिश की है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी खुद पिछड़ा वर्ग से आते हैं। इसी तरह पिछड़ा वर्ग कोटे से चार विधायकों को कैबिनेट में शामिल किया है। इनमें अहीर कोटे से बादशाहपुर विधायक राव नरबीर सिंह और अटेली विधायक आरती सिंह राव को कैबिनेट मंत्री बनाया है। गुर्जर कोटे से तिगांव विधायक राजेश नागर को स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री बनाया है। वहीं बीसी-ए कोटे से बरवाला विधायक रणबीर सिंह गंगवा को कैबिनेट मंत्री बनाया है। यानी भाजपा ने पिछड़ा वर्ग में बीसी-ए और बीसी-बी की जातियों को साधने की कोशिश की है। यह पहला मौका है जब भाजपा के 7 ब्राह्मण विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। प्रदेश के ब्राह्मण वोट बैंक ने खुलकर भाजपा का साथ दिया। ब्राह्मण कोटे से दो विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया है। चार बार के सांसद और गोहाना विधायक डॉ़ अरविंद शर्मा को कैबिनेट मंत्री बनाया है। वहीं पलवल से पहली बार विधायक बने गौरव गौतम को भी ब्राह्मण कोटे से स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री बनाया गया है। प्रदेश के बड़े जाट वोट बैंक को साधने की कोशिश में नायब मंत्रिमंडल में दो जाट विधायकों को जगह मिली है और दोनों को ही कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। महिपाल सिंह ढांडा को इस बार कैबिनेट मंत्री बनाया है। तोशाम से विधायक श्रुति चौधरी भी कैबिनेट मंत्री बनी हैं। राजपूत समाज के वोट बैंक को जोड़े रखने की कोशिश के बीच रादौर विधायक श्याम सिंह राणा को कैबिनेट मंत्री बनाया है। वहीं वैश्य कोटे से भाजपा ने फरीदाबाद से दो बार के विधायक विपुल गोयल को कैबिनेट मंत्री बनाया है। वे मनोहर पार्ट-। में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।

9 संसदीय क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व, एक को नहीं मिला मंत्री

हरियाणा में लोकसभा की दस सीटों में से नौ क्षेत्रों को भाजपा सरकार में जगह मिल गई है। मनोहर सरकार की तरह ही रोहतक संसदीय क्षेत्र को इस बार नायब सरकार में भी हिस्सा नहीं मिल पाया है। इस संसदीय क्षेत्र के नौ हलकों में से सात पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है।
कोसली से भाजपा के अनिल ढहीना और बहादुरगढ़ से निर्दलीय राजेश जून चुनाव जीते हैं। अंबाला लोकसभा क्षेत्र से अनिल विज कैबिनेट में शामिल हुए हैं। कुरुक्षेत्र पार्लियामेंट से खुद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हैं।
साथ ही रादौर विधायक श्याम सिंह राणा भी मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं। करनाल से दो मंत्री – कृष्ण लाल पंवार व महिपाल सिंह ढांडा मंत्री बने हैं।
वहीं सोनीपत से गोहाना विधायक डॉ. अरविंद शर्मा, सिरसा से नरवाना विधायक कृष्ण बेदी और हिसार लोकसभा क्षेत्र से बरवाला विधायक रणबीर सिंह गंगवा मंत्री बने हैं।
भिवानी-महेंद्रगढ़ से अटेली विधायक आरती सिंह राव तथा गुरुग्राम लोकसभा में बादहशापुर विधायक राव नरबीर सिंह मंत्री बने हैं। फरीदाबाद संसदीय सीट को सबसे अधिक तवज्जो मिली है। इस क्षेत्र से तीन विधायक मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं। इनमें विपुल गोयल, राजेश नागर और गौरव गौतम शामिल हैं।

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दलितों को भी साधा

भाजपा की नायब सरकार ने प्रदेश के दलित वोट बैंक को अपने साथ जोड़ने की सोच के बीच इस बार दो दलित चेहरों को बतौर कैबिनेट मंत्री सरकार में शामिल किया है। नायब सरकार के पहले कार्यकाल में भी दो एससी चेहरों को शामिल किया था। इनमें बनवारी लाल कैबिनेट और बिशम्बर वाल्मीकि राज्य मंत्री थे। वहीं अब बनाई गई कैबिनेट में इस समाज से दो कैबिनेट मंत्री होंगे। इसराना विधायक कृष्ण लाल पंवार और नरवाना विधायक कृष्ण कुमार बेदी को मंत्रिमंडल में बतौर कैबिनेट मंत्री जगह मिली है।

दो महिलाओं को मिली जगह

पिछले 10 वर्षों में यह पहला मौका है जब कैबिनेट में दो महिलाओं को जगह मिली है। तोशाम विधायक श्रुति चौधरी व अटेली विधायक आरती सिंह राव राज्य मंत्रिमंडल में बतौर कैबिनेट मंत्री शामिल हुई हैं। नायब सरकार के पहले कार्यकाल में सीमा त्रिखा महिला मंत्री थीं। वहीं मनोहर लाल के पहले कार्यकाल में कविता जैन कैबिनेट मंत्री थीं। वहीं दूसरे कार्यकाल में कमलेश ढांडा बतौर राज्य मंत्री कैबिनेट में शामिल रहीं। इस बार विधानसभा में कुल 13 महिलाएं चुनकर पहुंची हैं।

करनाल समेत 10 जिलों को हिस्सेदारी नहीं

हरियाणा के 22 जिलों में से 10 ऐसे हैं, जिनका फिलहाल सरकार में हिस्सा नहीं है। करनाल की पांचों सीटों पर भाजपा के विधायक हैं, जिनमें घरौंडा से हरविंद्र कल्याण, असंध से योगेंद्र राणा, करनाल से जगमोहन आनंद, इंद्री से रामकुमार कश्यप और नीलोखेड़ी से भगवानदास कबीरपंथी शामिल हैं, लेकिन एक भी मंत्री नहीं बन पाया। पहली बार भाजपा ने दादरी जिलों की दोनों सीटों-दादरी व बाढड़ा में जीत हासिल की लेकिन यह जिला भी मंत्री पद से वंचित रहा। रेवाड़ी जिला की तीनों सीटों पर इस बार कमल खिला, लेकिन किसी भी विधायक को कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई। पंचकूला के कालका से शक्ति रानी शर्मा, कैथल के पूंडरी से सतपाल जाम्बा भाजपा विधायक हैं। इसके अलावा नूंह, सिरसा, फतेहाबाद, रोहतक व झज्जर ऐसे जिले हैं, जहां विधानसभा चुनाव में भाजपा का खाता ही नहीं खुल पाया।

दक्षिण का दबदबा, उत्तर को भी जोड़ा

नायब सरकार के गठन में दक्षिण हरियाणा का दबदबा देखने को मिला है। इस बेल्ट से छह विधायकों को कैबिनेट में जगह मिली है। वहीं जीटी रोड बेल्ट यानी उत्तर हरियाणा से मुख्यमंत्री सहित पांच मंत्री कैबिनेट में जगह पाने में कामयाब रहे हैं। मध्य हरियाणा से मिले रिस्पांस को देखते हुए भाजपा ने इस बेल्ट में भी तीन मंत्री दिए हैं। इतना ही नहीं, जीटी रोड बेल्ट का दबदबा अभी और भी बढ़ सकता है। विधानसभा अध्यक्ष के पद पर घरौंडा विधायक हरविंद्र सिंह कल्याण की ताजपोशी हो सकती है। इसी तरह मध्य हरियाणा के हिस्से में डिप्टी स्पीकर का पद आने की संभावना है।

किस जिले का कितना प्रतिनिधित्व

अंबाला 01
यमुनानगर 01
कुरुक्षेत्र 01
पानीपत 02
सोनीपत 01
जींद 01
हिसार 01
भिवानी 01
महेंद्रगढ़ 01
गुरुग्राम 01
पलवल 01
फरीदाबाद 02

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