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कांग्रेस विधायक बाली के 19 परिसरों पर ईडी के छापे

08:17 AM Aug 01, 2024 IST
कुल्लू में बुधवार को ईडी की छापेमारी के दौरान एक अस्पताल के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मी। - कमलजीत
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शिमला, 31 जुलाई (हप्र)
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को आयुष्मान भारत योजना धोखाधड़ी मामले में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस विधायक आरएस बाली से जुड़े 19 परिसरों पर छापे मारे। अधिकारियों के मुताबिक ये छापे शिमला, कांगड़ा, ऊना, मंडी और कुल्लू के अलावा दिल्ली, चंडीगढ़ और पंजाब में अलग-अलग जगहों पर डाले गये। ईडी ने आरोप लगाया है कि फर्जी कार्ड पर कई मेडिकल बिल बनाए गए, जिससे सरकारी खजाने और जनता को नुकसान हुआ तथा इससे अपराध की कुल आय लगभग 25 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
अधिकारियों ने बताया कि नगरोटा सीट से विधायक बाली और कांगड़ा में फोर्टिस अस्पताल (जिसकी प्रवर्तक बाली की कंपनी हिमाचल हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड है) के अलावा कांगड़ा में बालाजी अस्पताल और उसके प्रवर्तक राजेश शर्मा के परिसरों पर भी छापेमारी की गयी। अधिकारियों के मुताबिक शर्मा को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का करीबी माना जाता है। उन्होंने हाल में देहरा सीट पर हुए विधानसभा उपचुनाव में सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर के लिए अपना टिकट छोड़ दिया। कमलेश ने उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। बाली हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष और हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं।
एजेंसी ने पाया कि अब तक राज्य में आयुष्मान भारत योजना में नियमों के कथित उल्लंघन के लिए कुल 8,937 आयुष्मान भारत स्वर्ण कार्ड रद्द किए गए हैं। ईडी ने आरोप लगाया कि बांके बिहारी अस्पताल, फोर्टिस अस्पताल, श्री बालाजी अस्पताल, सूद नर्सिंग होम और श्री हरिहर अस्पताल सहित अन्य ने एबी-पीएमजेएवाई योजना के तहत अवैध लाभ उठाया। ईडी का दावा है कि ऐसे फर्जी लाभार्थियों की सूची में रजनीश कुमार और पूजा धीमान शामिल हैं, जिन्होंने अपने पास जारी आरोग्य प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) कार्ड होने या उसके बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया है। ईडी ने कहा कि आरोपी अस्पतालों ने उपचार, सर्जरी, भर्ती के लिए दावे किए जो वास्तव में मरीजों को कभी दिए या किए ही नहीं गए।
वर्ष 2023 का है मामला
धन शोधन का यह मामला जनवरी 2023 में राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो द्वारा किरण सोनी, ऊना स्थित श्री बांके बिहारी अस्पताल और अन्य के खिलाफ फर्जी एबी-पीएमजेएवाई कार्ड बनाने के आरोप में दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है।

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