ईडी ने नालागढ़ की काला अंब डिस्टिलरी एंड ब्रेवरी प्राइवेट लिमिटेड को अटैच किया
सोलन, 6 दिसंबर (ट्रिन्यू)
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) मामले में हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ के भंगला गांव में कल काला अंब डिस्टिलरी एंड ब्रेवरी प्राइवेट लिमिटेड को अस्थायी रूप से अटैच कर दिया। उक्त डिस्टिलरी 2015-2016 से चालू है और भारत निर्मित विदेशी शराब का उत्पादन कर दिल्ली में अंतरराज्यीय बिक्री करती है।
एजेंसी की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार उन्होंने पीएमएलए के प्रावधानों के तहत बिहार राज्य में अवैध रूप से शराब की आपूर्ति से उत्पन्न अपराध की आय के रूप में 9.31 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति कुर्क की है, जिसमें सोलन जिले में मेसर्स काला अंब डिस्टिलरी एंड ब्रूअरी प्राइवेट लिमिटेड की 5.31 करोड़ रुपये कीमत की फैक्टरी और इमारत के साथ एक औद्योगिक भूखंड तथा अरुणाचल प्रदेश के होलोंगी गांव में दोरजी फुंटसो ख्रीम के नाम पर फैक्टरी और भवन के साथ 22,504 वर्ग मीटर की भूमि, जिसकी कीमत 4 करोड़ रुपये है, शामिल है। ईडी ने बिहार में शराब की अवैध आपूर्ति के लिए मेसर्स सुनील भारद्वाज और अन्य के खिलाफ बिहार पुलिस द्वारा आईपीसी, 1860 के प्रावधानों के तहत दर्ज विभिन्न एफआईआर और आरोपपत्र के आधार पर जांच शुरू की है। ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि सुनील भारद्वाज नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र के भंगला गांव में मैसर्स काला अंब ब्रूअरी एंड डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड चलाता है। सुनील भारद्वाज ने अपने साथी, पापुम पारे, ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश निवासी दोरजी फुंटसो ख्रीमे के साथ मिलकर विभिन्न संस्थाओं को शामिल कर उनका उपयोग डिस्टिलरी इकाइयों की स्थापना के लिए लाइसेंस प्राप्त करने और अरुणाचल प्रदेश में शराब की दुकानें चलाने के लिए भी किया है।