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नूतन वर्ष के लक्ष्य पाने की सुगम राह

08:40 AM Jan 02, 2024 IST

वेल बिगन इज़ हाफ डन- अंग्रेजी में मशहूर कहावत को मानें, तो नया साल हमें जिंदगी में ऐसे अवसर प्रदान करता है जहां पर हम जीवन में आगे बढ़ने के नए तरीके की शुरुआत कर सकते हैं। जब जिंदगी में बदलाव लाने के लिए हमारी इच्छा शक्ति और लक्ष्य उच्च स्तर पर होते हैं। नया साल कई उम्मीदें लेकर आता है कि हम कुछ भी करने का जज़्बा रखते हैं और अमूमन हम सभी न्यू ईयर रेजोल्यूशन बनाते हैं। जो सामान्यतया स्वस्थ जीवनशैली, वजन नियंत्रण,शिक्षा, कैरियर, फाइनेंस मैनेजमेंट को लेकर होते हैं। लेकिन अध्ययनों से साबित हुआ है कि रेजोल्यूशन पूरा करने में तकरीबन 12 प्रतिशत लोग ही कामयाब हो पाते हैं, बाकी बीच रास्ते में ही इन्हें छोड़ देते हैं। इसके पीछे वजह चाहे जो भी हो, रेजोल्यूशन बनाते समय और अमल करते समय अगर कुछ बातों का ध्यान रखें, तो हमें रेजोल्यूशन-ब्रेक करने का दुख नहीं होगा।

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रेजोल्यूशन में विशिष्टता

रेजोल्यूशन बनाते समय दिमाग में सिर्फ इतना भर नहीं होना चाहिए कि आपको वजन कम करना है या व्यायाम करना है। इसके बजाय दृढ़ निश्चय हो कि कितना वजन कम करना है। उसके लिए किस तरह के व्यायाम करें और रोजाना कितने घंटे करें। यदि कोई फाइनेंशियल प्लानिंग करनी है, तो उसमें भी किन क्षेत्रों को शामिल करना है। जरूरी है एक लक्ष्य निर्धारित करें और पूरी एनर्जी लगा दें-तभी आपको कामयाबी मिलेगी।

छोटे-छोटे कदम

अपने लक्ष्य की प्राप्ति में हमेशा छोटे-छोटे कदम उठाते रहें। रोजाना उठाए गए कदमों का आकलन भी जरूर करें। हर छोटे कदम की सराहना करें और दुबारा कोशिश करें। इसमें माइलस्टोन गोल की अवधारणा भी कारगर है। जिसमें एक निर्धारित बड़े लक्ष्य के अलावा कई माइलस्टोन गोल भी होते हैं। हमें इन माइलस्टोन को नियमित रूप से चैक करते रहना चाहिए। क्योंकि इनसे ही पता चलता है कि हम अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हो रहे हैं या नहीं।

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सीखना और स्वीकार करना

लचीला रवैया अपनाएं। अगर हर साल न्यू ईयर रेजोल्यूशन के लक्ष्य एक समान आ रहे हैं तो आपको यह विश्लेषण करना जरूरी है कि पिछले साल ऐसे कौन-से कारण रहे जिनकी वजह से पिछले साल के रेजोल्यूशन पूरे नहीं हुए। उस रेजोल्यूशन को पूरा करने में कौन-सी चीजें मददगार रहीं और कौन-सी बाधक। कोशिश करें बाधक चीजों या गलतियों से दूरी बना लें या छोड़ दें।
बदलाव को स्वीकारें
दिमाग में बिठा लीजिए कि बदलाव एक प्रक्रिया है। जरूरी नहीं कि आज बनाए गए रेजोल्यूशन आपके लिए फायदेमंद हों, लेकिन निश्चय ही भविष्य के लिए बहुत लाभकारी होंगे। अगर आप मेहनत करने के बावजूद कुछ समय तक अपने लक्ष्य प्राप्त नहीं कर पाएं,तो निराश नहीं होना चाहिए। आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत रेजोल्यूशन पाने में सफलता जरूर मिलेगी।

सपोर्ट लें

सपोर्ट मिलने से किसी कार्य को करने के लिए व्यक्ति को दोगुना प्रोत्साहन मिलता है। खुद को प्रेरित करने के लिए आपको समय-समय पर पूछना चाहिए- कि आप यह काम क्यों करना चाह रहे थे, इस काम को करके आपकी जिंदगी और बेहतर कैसे बनेगी। आप अपने परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों या दोस्तों की मदद ले सकते हैं। ध्यान रखें कि न्यू ईयर रेजोल्यूशन को केवल जनवरी माह तक ही सीमित नहीं करना चाहिए, इसे पूरे साल तक लेकर जाना है। रेजोल्यूशन पॉजीटिव एनर्जी लेकर आना चाहिए। अधूरे रेजोल्यूशन के नाम से निराश नहीं होना चाहिए। सफलता और असफलता में एक छोटा-सा अंतर होता है- कि अपना लक्ष्य कैसे तय किया और उसे प्राप्त करने को क्या तरीका अपनाया। जरूरी है विनम्र, लोचशील और ‘नॉन जजमेंटल एटीट्यूड’ अपनाकर रेजोल्यूशन को फॉलो करें- उसमें आपको निश्चय ही सफलता मिलेगी।

माेटिवेशन

विरले ही लोग नये साल के रेजोल्यूशन या संकल्प पूरे कर पाते हैं। इस नाकामी की वजह चाहे कुछ भी हो, लक्ष्य तय करने और अमल करते समय अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो हमें रेजोल्यूशन-ब्रेक करने का पछतावा नहीं होगा। रेजोल्यूशन पर अमल करते वक्त हम सतत आशावान व सकारात्मक कैसे रहें इसी को लेकर मनोचिकित्सक डॉ. पूजा आनंद शर्मा से रजनी अरोड़ा की बातचीत पर आधारित कुछ उपाय।

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