Earthquake in Tibet : भीषण ठंड के बीच मलबे में लोगों की तलाश में जुटे बचावकर्मी, देखें हादसे का भयावह मंजर
बीजिंग, 8 जनवरी (एपी)
तिब्बत में मंगलवार को आए विनाशकारी भूकंप के बाद कड़ाके की ठंड के बीच बचावकर्मी मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हैं। इस बीच, पड़ोसी किंघई प्रांत के एक अन्य काउंटी में बुधवार को 5.5 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को आए भूकंप में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
यह भूकंप उत्तर-पश्चिम चीन के किंघई प्रांत के गोलोग तिब्बती स्वायत्त प्रांत के मादोई काउंटी में अपराह्न तीन बजकर 44 मिनट (बीजिंग समयानुसार) पर आया। भूकंप के झटके उत्तर-पूर्वी नेपाल में भी महसूस किए गए। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र (सीईएनसी) के अनुसार भूकंप का केंद्र 14 किलोमीटर की गहराई पर था। यह क्षेत्र विशाल तिब्बती पठार का हिस्सा है जिसकी औसत ऊंचाई 13 हजार से 15 हजार फुट है। चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के शिगात्से के डिंगरी काउंटी में मंगलवार को आए भूकंप में कम से कम 126 लोग मारे गए और 188 घायल हो गए। चीन में मंगलवार को 6.8 तीव्रता का भूकंप आया।
भारत-तिब्बत-नेपाल सीमा के नजदीक स्थित पवित्र शहर शिगात्से के डिंगरी काउंटी में बुधवार तक 646 भूकंप के झटके महसूस किए गए। क्षेत्रीय आपातकालीन प्रबंधन विभाग के प्रमुख हांग ली ने आधिकारिक मीडिया को बताया कि सबसे तेज झटका 4.4 तीव्रता का था और भूकंप के केंद्र से लगभग 18 किमी दूर था। नेपाल के भूकंप निगरानी केंद्र ने भी बुधवार को सैकड़ों झटकों की पुष्टि की है। केंद्र के प्रमुख लोक विजय अधिकारी ने कहा, ‘‘लेकिन हमने सभी झटकों को आधिकारिक तौर पर रिकॉर्ड नहीं किया हैं, क्योंकि भूकंप का केंद्र देश के बाहर है।'' हालांकि, सुबह 9 बजकर 36 मिनट पर (नेपाल समयानुसार) आए भूकंप का असर पूर्वोत्तर नेपाल के खुंबू क्षेत्र के लोबुचे क्षेत्र में तथा काठमांडू और पड़ोसी जिलों सिंधुपालचौक और धाडिंग में भी महसूस किया गया।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, यह नेपाल में लोबुचे से 80 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में दक्षिणी तिब्बत में 4.8 तीव्रता का भूकंप था। अधिकारियों ने यह भी कहा कि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (माउंट कोमोलांगमा) के चीनी हिस्से में अभी तक हिमस्खलन जैसी कोई भूगर्भीय आपदा नहीं देखी गई है, जो भूकंप प्रभावित क्षेत्र में स्थित है। माउंट कोमोलांगमा वायुमंडल एवं पर्यावरण व्यापक अवलोकन एवं अनुसंधान स्टेशन के निदेशक मा वेइकियांग ने मीडिया को बताया, ‘‘भूकंप से माउंट एवरेस्ट प्रभावित नहीं हुआ तथा कोई स्पष्ट हिमपात, हिमस्खलन या भूगर्भीय परिवर्तन नहीं देखा गया।''
मंगलवार को आए भूकंप के बाद क्षेत्र के आसपास के पर्यटक स्थल बंद कर दिए गए। डिंगरी में हताहतों और मकान ढहने की खबरें मिली हैं। इस बीच, चीनी विदेश मंत्रालय ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि चीनी सरकार ने स्तर-द्वितीय आपातकालीन सेवा प्रतिक्रिया और आपदा प्रतिक्रिया शुरू कर दी है तथा राहत कार्य जारी हैं। भूकंप के एक दिन बाद राहत एवं बचाव कार्य में जुटे बचावकर्मी बुधवार को जीवित बचे लोगों और पीड़ितों की तलाश में जुटे रहे।