महाभारत के वीर योद्धा 'सात्यकि' को दुष्यंत प्रताप सिंह ने 32 अध्यायों में किया वर्णित
चंडीगढ़, 21 अप्रैल (ट्रिन्यू)
महाभारत के वीर योद्धा सात्यकि को लेकर लेखक दुष्यंत प्रताप सिंह द्वारा रचित एक 32 अध्यायों की महागाथा अब दुनिया के सामने आ चुकी है। यह पुस्तक न केवल द्वापर युग के युद्ध प्रसंगों को उजागर करती है, बल्कि सतयुग, त्रेतायुग और आगामी कलियुग में भगवान कल्कि अवतार से जुड़े संभावित घटनाक्रमों को भी रेखांकित करती है।
इस अद्वितीय ग्रंथ को ऑनलाइन संस्करण के रूप में वैश्विक स्तर पर जारी किया गया है। लेखक ने बताया कि मई 2025 के प्रथम सप्ताह में यह पुस्तक सभी प्रमुख बुक स्टोर्स पर उपलब्ध होगी।
लेखक का दावा है कि यह कथा स्वयं सात्यकि ने उन्हें उनके अवचेतन में सुनाई। पुस्तक में सात्यकि और भगवान श्रीकृष्ण के मध्य गुरु-शिष्य और मित्रता के गूढ़ संबंधों को गहराई से उकेरा गया है। साथ ही द्वापर युग के कम प्रसिद्ध परंतु अत्यंत वीर योद्धाओं का भी ऐसा विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है, जो अब तक हिंदी साहित्य में गौण रहे हैं।