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भारी गाद के चलते पंडोह डैम के दो गेट जाम, निचले इलाकों में बढ़ा खतरा

07:59 AM Aug 04, 2024 IST
मंडी के पंडोह डैम के गेट खुलवाने में लगी बड़ी क्रैन। -निस

मंडी, 3 अगस्त (निस)
बीबीएमबी के पंडोह डैम के गेट भारी गाद के चलते जाम हो गए हैं जिससे निचले इलाकों में खतरा बढ़ गया है। शनिवार को यहां ब्यास नदी पर बने पंडोह डैम के दो गेट जाम हो गए। फिलहाल, बांध के गेट खोलने के लिए तकनीकी टीम मौके पर पहुंची है लेकिन ऐसे में अगर ब्यास में पीछे से पानी की मात्रा बढ़ती है तो स्थिति चिंताजनक हो सकती है।
बता दें कि पंडोह डैम में कुल पांच गेट हैं और इनमें से तीन गेट चालू हैं, जबकि दो गेट गाद फंसने के कारण पूरी तरह से जाम हो गए हैं। हालांकि तीन गेट अभी भी सुचारू हैं और जरूरत पड़ने वहां से पानी छोड़ा जा रहा है। डैम के दो गेट जाम होने से बीबीएमबी प्रबंधन के पसीने छूट गए हैं। बताया जा रहा है ये गेट पिछले तीन दिन से बंद हैं। बंद पड़े इन गेटों को खोलने के लिए शनिवार सुबह चंडीगढ़ से टेक्निकल टीम पंडोह पहुंच गई है। इधर, बीबीएमबी के चेयरमैन मनोज त्रिपाठी भी मौके पर पहंच गए हैं। टेक्निकल टीम बंद पड़े गेटों को खोलने में जुट गई है। गेट में फंसी गाद को निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
बताया जा रहा है कि बीबीएमबी पंडोह की करोड़ों रुपये की मशीनरी मौके पर खराब पाई गई है। काम चलाने के लिए अब किराये पर मशीनरी मंगवाई गई है। जानकारी यह भी सामने आ रही है कि गेट बंद होने के कारण बीती रात से डैहर पॉवर हाउस में बिजली का उत्पादन बंद हो गया है। सुबह डैम में जलस्तर बढ़ने के बाद तीन गेट खोले गए थे। दो गेट बीबीएमबी की ओर से बंद रखे गए थे जो अब सिल्ट भरने के कारण जाम हो गए हैं। फिलहाल अभी पंडोह डैम में पीछे से कम ही पानी आ रहा है। यदि कुल्लू-मनाली में भारी बारिश या बादल फटने की घटना सामने आती है, तो उस स्थिति में सिर्फ तीन गेट खोलकर ही पानी छोड़ा जाएगा। हालांकि, इन तीनों गेटों की पानी छोड़ने की इतनी क्षमता है कि पूरा डैम खाली कर सकेंगे, लेकिन फिर भी जाम हुए गेटों को खोलना सुरक्षा की दृष्टि से जरूरी है। बीबीएमबी के चेयरमैन मनोज त्रिपाठी ने गेट बंद होने की पुष्टि की।
सर्च अभियान में तीसरे दिन एक महिला का शव बरामद
उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि पधर के तेरंग गांव में लापता लोगों को ढूंढने के लिए अभियान तीसरे दिन भी जारी रहा। आज हादसे वाले स्थान से एक महिला का शव बरामद हुआ है जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि अब तक कुल छह शव बरामद हो चुके हैं। पहले दिन तीन शव बरामद हुए थे जबकि दूसरे दिन दो बच्चों अमन (9) और आर्यन (8) के शव बरामद हुए थे। अब केवल 3 माह और 11 वर्ष की दो लड़कियों सहित कुल चार लोग लापता बताये जाते हैं। उन्हें भी ढूंढने के प्रयास किए जा रहे हैं। मौके पर एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार हादसे के दूसरे दिन वहां मौजूद रहे जबकिर कार्यवाहक एसडीएम पधर डॉ .भावना वर्मा हादसे के बाद से लगातार वहीं मौजूद हैं। उनकी देख-रेख में लगातार सर्च अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, फायर और होमगार्ड के जवान लगातार लापता लोगों को ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के निर्देश पर पूरा प्रशासन राहत और बचाव अभियान में पहले दिन से लगा हुआ है और प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जा रही है। उन्होंने बताया कि वह हादसे वाले दिन खुद वहां गए थे। उन्होंने बताया कि पांच मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि जारी कर दी गई है। प्रभावित परिवारों को राशन, मेडिकल किट और तिरपाल दिए गए हैं। इनके ठहरने की व्यवस्था गांव में ही खाली घर में की गई है।

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