बीबीएन में नदियों का रुख मोड़ बसाये उद्योगों पर मंडरा रहा खतरा
बीबीएन, 13 जुलाई (निस )
औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में नदियों का रुख मोड़कर बसाए गए उद्योगों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। यही नहीं, बीबीएन के नदी-नालों का बहाव मोड़कर बनाई गई एक दर्जन औद्योगिक सड़कों को बचा पाना भी इन दिनों प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है।राजस्व विभाग में दर्ज चोई, चो, गैर मुमकिन नदी व गैर मुमकिन खड्ड में भी उद्योग स्थापित होने के कारण बीते दिनों बरसात के कुदरती कहर ने बीबीएन के नदी-नाले के किनारे बसे उद्योगों की नींव हिलाकर रख दी है। कई उद्योगों में बाढ़ का पानी घुस जाने से भारी नुकसान झेलना पड़ा है। तीन दिन पहले हुई बरसात में भुड्ड मोरपैन-वर्धमान रोड बरसात की भेंट चढ़ गया। इस सड़क मार्ग पर ठाणा औद्योगिक क्षेत्र के सैंकडों उद्योग निर्भर हैं। दो वर्ष पहले बाल्द खड्ड के किनारे बाईपास सनसिटी-लक्कड़ डिपो रोड भी बरसात की भेंट चढ़ गया था तथा उक्त मार्ग लगभग एक वर्ष तक बंद रख गया। औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी-कोटला मार्ग पर भी कोटला के समीप खतरा बना हुआ है।
इस बारे वरिष्ठ नागरिक व ठाणा ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान मास्टर इन्द्र राम, पूर्व प्रधानजीत राम, पूर्व प्रधान डा. दलीप चौधरी, हिम परिवेश के महासचिव बालकिशन शर्मा, श्याम लाल एडवोकेट व पारस बैंस का कहना है कि बीबीएन में नदी नालों का रुख बदलने से बाढ़ का प्रकोप बढ़ा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र की खड्डों व नालों पर अंधाधुंध निर्माण हुआ है जिसके चलते अब लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
डिप्टी डायरेक्टर उद्योग विभाग बद्दी संजय कंवर का कहना है कि आपदा भरी बरसात होने के चलते कई स्थानों पर सड़कों की दिक्कतें आई हैं।