‘डॉ. अंबेडकर के आदर्श आज भी प्रासंगिक’
करनाल, 6 दिसंबर (हप्र)
पंजाब नेशनल बैंक के डिप्टी जनरल मैनेजर व सर्कल हैड जगजीत सिंह ने कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकऱ ने सामाजिक न्याय, शिक्षा और समानता के क्षेत्र में जो क्रांति शुरू की थी, वह आज भी प्रासंगिक है। उनके विचार और योगदान दलित समुदाय के सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित हुए। जगजीत सिंह शुक्रवार को शहर के सैक्टर-16 स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकऱभवन में बाबा साहेब के 69 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर आयोजित श्रद्घांजलि समारोह में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. भीमराव अम्बेडकऱ समाज कल्याण सभा की ओर से किया गया था। उन्होंने कहा कि यह दिन हमें उनके विचारों को आत्मसात कर समाज में समानता और भाईचारे की दिशा में ओर अधिक काम करने की प्रेरणा देता है। डॉ. अम्बेडकऱ न केवल दलितों के नेता थे, बल्कि वह पूरे राष्टï्र के लिए मार्गदर्शक और पथ प्रदर्शक बने रहे। उनके द्वारा रचित संविधान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए एक आधारशिला बना, इसमें सभी नागरिकों को समानता, स्वतंत्रता और न्याय का अधिकार सुनिश्चित किया गया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब को सच्ची श्रद्घांजलि इसी में है कि उनके द्वारा दिए गए मूल मंत्र शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो, को आत्मसात कर आगे बढऩे का प्रयास करें। इससे पूर्व उन्होंने बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्घांजलि दी।
केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान करनाल के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. आर.एस. मीणा ने बताया कि महापरिनिर्वाण का अर्थ बौध धर्म में आत्मा की मुक्ति से है।
इस अवसर पर हरपाल सिंह गोड काछवा, जय सिंह, गोपाल सहोत्रा, एलआईसी के वरिष्ठï प्रबंधक तरसेम चांदला, पीएनबी के मुख्य प्रबंधक एच.एस. नरवाल, एनबीएजीआर के वित्त एवं लेखा अनुभाग अधिकारी रणधीर सिंह पाल, बिहार से आए मुकेश रघुवंशी कुशवाह, रमेश सैनी तथा खुरशीद आलम ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
‘बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा लें विद्यार्थी’
नरवाना (निस) : बाबा साहब अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर भगवान वाल्मीकि भवन छात्रावास में वाल्मीकि समाज ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया। भवन में भगवान वाल्मीकि विद्या केंद्र पुस्तकालय का शुभारंभ किया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी शक्ति राणा ने शिरकत की। शक्ति राणा में कहा कि बाबा साहेब के जीवन से प्रेरणा लेकर विद्यार्थियों को पढ़ाई करनी चाहिए ताकि वे देश व समाज का नाम रोशन कर सकें। उन्होंने बताया कि बाबा साहब ने सर्व समाज के लिए कार्य किया, चाहे उसमें मजदूर हो, किसान हो, महिला हो या शोषित वंचित समाज हो, सबको आगे बढ़ाने के लिए संघर्ष किया। इस मौके पर प्रधान सुधान फौजी, शमशेर काला वाल्मीकि, आजाद राणा, दर्शन बेलरखा, कालू राणा, रोमी, सिंदर, विशाल राणा चीनू , राजू, सागर, अजय पुआल, रविंद्र चिंडालिया व सुमित पुआल इत्यादि उपस्थित रहें।