डॉ. अम्बेडकर महान अर्थशास्त्री और समाजसुधारक थे : भारत भूषण
बीबीएन, 13 अप्रैल (निस)
संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा भीमराव अम्बेडकर की जयंती हरिओम योगा सोसाइटी ने महाराणा प्रताप नगर, बद्दी में धूमधाम से मनाई गई। इसमें दून विधानसभा से रिटार्यड आईएएस अधिकारी भारत भूषण और सेवानिवृत कमांडर सुच्चाराम और रिटायर्ड महाप्रबंधक एसएसटी कारपोरेशन केशव राम चंदेल मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुई। इसके अलावा श्रीराम सेना के प्रांत संयोजक राजेश जिंदल विशेष अतिथि के तौर पर शामिल हुए। भारत भूषण भट्टी ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहेब विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, लेखक और महान समाज सुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) से होने वाले सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। उन्होंने श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री, भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे। श्रीराम सेना के प्रांत संयोजक राजेश जिंदल ने कहा कि अम्बेडकर विलक्ष्ण प्रतिभा के छात्र थे। कार्यक्रम के संयोजक कुलवीर सिंह आर्य व प्रभारी राम जपित मौर्य ने इस अवसर पर अपने विचार रखे। केशव राम चंदेल ने कहा कि बाबा भीमराव अम्बेडकर ने उन्होंने दलितों के लिए राजनीतिक अधिकारों की तथा सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत की और भारत के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। हरिओम योगा सोसाईटी के चेयरमैन व प्रसिद्व समाजसेवी डा. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि सन. 1990 में, उन्हें भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से मरणोपरांत सम्मानित किया गया था।