मेरी टिप्पणियों को एजेंडा बढ़ाने का माध्यम न बनाएं !
नयी दिल्ली, 26 अगस्त (एजेंसी)
ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा का कहना है कि टोक्यो ओलंपिक के दौरान पाकिस्तान के अरशद नदीम द्वारा उनके भाले के इस्तेमाल को लेकर की गयी उनकी टिप्पणी पर उठे विवाद से वह दुखी हैं और उन्होंने इस सब को ‘गंदा एजेंडा आगे बढ़ाने का माध्यम न बनाने’ की विनती की है। नीरज ने ट्वीट किया, ‘खेल हम सबको एकजुट होकर साथ रहना सिखाता है और कोई भी टिप्पणी करने से पहले खेल के नियम जानना जरूरी होता है। मेरी हालिया टिप्पणी पर लोगों की कुछ प्रतिक्रियाएं देखकर बहुत निराश हूं।’
उन्होंने ट्विटर पर साझा किये हुए वीडियो में कहा, ‘अरशद नदीम ने तैयारी के लिये मेरा भाला लिया था, इसमें कुछ भी गलत नहीं, यह नियमों के अंदर ही है और कृपया मेरे नाम का इस्तेमाल इस गंदे एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिये नहीं करें।’ चोपड़ा ने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा था कि वह 7 अगस्त को ओलंपिक फाइनल से पूर्व अपने पहले थ्रो के लिये अपना निजी भाला ढूंढ रहे थे और उन्होंने देखा कि यह नदीम के पास था। नियमों के अनुसार किसी प्रतिस्पर्धी द्वारा अधिकारियों को सौंपा गया भाला कोई भी अन्य प्रतिभागी इस्तेमाल कर सकता है। यह नियम ‘पोल वॉल्ट’ को छोड़कर सभी फील्ड स्पर्धाओं में लागू होता है। चोपड़ा ने स्पष्ट किया कि नदीम ने ऐसा करके कुछ भी गलत नहीं किया जो पांचवें स्थान पर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘एक मुद्दा (विवाद) उठ रहा है कि मैंने एक साक्षात्कार में कहा कि फाइनल (7 अगस्त को) में पहला थ्रो करने से पहले मैंने पाकिस्तानी प्रतिभागी अरशद नदीम से भाला लिया। उसका काफी बड़ा मुद्दा बन रहा है।’ ‘यह बहुत सरल बात है, हम अपने निजी भाले भी उसमें (भाला रखने के लिये रैक) रखते हैं पर उसको सभी थ्रोअर भी इस्तेमाल कर सकते हैं, यह नियम है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। वह (नदीम) भाला लेकर अपने थ्रो की तैयारी कर रहा था। मैंने अपने थ्रो के लिये उससे भाला मांगा।’