20 को पंजाब में हड़ताल पर जाएंगे डॉक्टर, ओपीडी बंद कर देंगे धरना
बरनाला, 4 जनवरी (निस)
मांगें पूरी न होने के रोष में पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (पीसीएमएसए) ने हड़ताल की चेतावनी दी है। अगर हड़ताल हो गई तो पूरे पंजाब में सेहत सेवाएं चरमरा सकती हैं। डाक्टरों का कहना है कि सरकार ने उनकी मांगों को अब तक पूरा नहीं किया है। एसोसिएशन ने एलान किया है कि 20 जनवरी से वह सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद कर धरना प्रदर्शन करेंगे। 12 जनवरी को मोगा में एसोसिएशन की गवर्निंग बॉडी की मीटिंग भी बुलाई गई है। बता दें कि पदोन्नति तथा वेतन बढ़ाने को लेकर डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बारे में एसोसिएशन के प्रधान अखिल सरीन ने बताया कि पहले भी उन्होंने पंजाबभर में हड़ताल की थी। तब सीएम भगवंत मान के निर्देशों पर सेहत मंत्री ने उनसे बात की थी, सभी मांगों पर सहमति बन गई थी। तब सेहत मंत्री ने उनकी हड़ताल खत्म करवाई थी, उनकी मुख्य मांगें वेतन बढ़ोतरी, पदोन्नति और रात के समय सुरक्षा के प्रबंध करना था। मंत्री ने 12 हफ्ते में उनकी मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया था लेकिन 14 सप्ताह बीतने के बावजूद कोई मांग पूरी नहीं हुई। हाल ही में की गई भर्ती के बाद 54 प्रतिशत विशेषज्ञ और 43 प्रतिशत मेडिकल अफसरों की कमी है। उनकी 14 सितंबर को स्वास्थ्य मंत्री पंजाब भवन में बैठक भी हुई थी। एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी सुनवाई नहीं की तो वे 20 जनवरी 2025 से ओपीडी सेवाएं बंद कर धरने पर बैठेंगे। डॉक्टरों का कहना है कि प्रमोशन न होने और पुरानी योजनाओं के बंद होने से अच्छे डॉक्टर सरकारी अस्पताल छोड़कर निजी अस्पतालों में जा रहे हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री ने 304 मेडिकल अफसरों को नियुक्ति पत्र दिए, लेकिन उनमें से एक तिहाई डॉक्टर नौकरी पर नहीं आए। इसका मुख्य कारण स्वास्थ्य विभाग में सुधार न होना और प्रमोशन के अवसर न मिलना है।