यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी डीएलसी सुपवा विवि, रोहतक के छात्रों की फिल्म
रोहतक, 27 अप्रैल (हप्र)
दादा लखमीचंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला के फैकल्टी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन के विद्यार्थियों ने एक और उपलब्धि हासिल की है। ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट, लंदन द्वारा आयोजित यूनाइटेड किंगडम एशियन फिल्म फेस्टिवल 2024 (यूके एएफएफ) में हिंदुस्तान से 5 फिल्मों का भी चयन हुआ है, जिसमें विभिन्न श्रेणियों में डीएलसी सुपवा विश्विद्यालय, रोहतक के शिवम पांडेय (एक्टिंग, बैच 2019), मिताली (डिप्लोमा एक्टिंग, बैच 2023), अशोक (एक्टिंग, बैच 2020), चेतन शर्मा (एक्टिंग, बैच 2018), तन्मय भूटानी (ऑडियोग्राफी, बैच 2019), किरण कट्टा (सिनेमाटोग्राफी, बैच 2019), यशवंत (अभिनय, बैच 2020), राहुल कात्याल (एडिटिंग, बैच 2020), अमित कुमार (डायरेक्शन, बैच 2012) विद्यार्थी शामिल है।
जानकारी देते हुए सुपवा स्टूडेंट्स यूनिटी के संस्थापक शिवम पांडेय, मिताली व चेतन शर्मा ने बताया कि पांचों फिल्में पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन से संबंधित विषयों पर केंद्रित हैं। सभी फिल्मों को शॉर्ट्स टीवी के सहयोग से राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) द्वारा सीएमओटी (क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमारो) के हिस्से के रूप में मात्र 48 घंटों के भीतर बनाया गया है।
यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल दुनिया में सबसे लंबे समय तक चलने वाला दक्षिण एशियाई फिल्म महोत्सव है। यह महोत्सव 2 से 12 मई तक लंदन, लीसेस्टर और ऑक्सफोर्ड में आयोजित किया जाएगा। इस दौरान 4 मई को इन पांचों फिल्मों को यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जायेगा। इससे पहले भी डीएलसी सुपवा विवि के विद्यार्थी इन्ही फिल्मों के लिए भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम लिमिटेड द्वारा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 54वें संस्करण में भी सम्मानित हो चुके हैं। 75 क्रिएटिव माइंड ऑफ़ टुमॉरो के ‘48 घंटे के फ़िल्म मेकिंग चैलेंज’ कॉम्पीटिशन में सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का पुरस्कार फ़िल्म ‘ओढ़’, द्वितीय पुरस्कार फ़िल्म ‘अंकुरण’ और तृतीय पुरस्कार फ़िल्म ‘ला मेऱ’ को दिया गया था। तीनों हीं फ़िल्मों में सुपवा के विद्यार्थियों ने अपनी अपनी श्रेणी में विवि व पूरे हरियाणा का नाम रोशन किया।