सरकार ने किसान कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई : Chowdhary Dharambir Singh
नारनौल, 24 फरवरी (हप्र) : भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह (Chowdhary Dharambir Singh) ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आर्थिक तौर पर मजबूत करने के लिए विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम चला रही हैं। यह किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सांसद आज स्थानीय पंचायत भवन में जिला स्तरीय किसान सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि किसानों को संबोधित कर रहे थे।
Chowdhary Dharambir Singh : सीएम ने बी वर्चुअल माध्यम से दिया संदेश
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के भागलपुर में राष्ट्रीय स्तर पर किसानों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त सीधे किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से जारी की। वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी झज्जर के राजकीय नेहरू पीजी कॉलेज में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम से वर्चुअल माध्यम से जुड़कर अपना संदेश दिया।
पीएम ने आज जिला महेंद्रगढ़ के 92714 किसानों के खाते में 19वीं किस्त के तौर पर डीबीटी के जरिए 18 करोड़ 54 लाख 28 हजार रुपए की राशि डाली।
सरकार की योजनाएं गिनाईं
सांसद ने कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए संकल्पित है। केंद्र व हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, सॉयल हेल्थ कार्ड योजना, ई-नाम (नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट) और भावांतर भरपाई योजना शामिल हैं।
Chowdhary Dharambir Singh और विधायक ने ऑर्गेनिक खेती पर जोर दिया
नारनौल के विधायक ओम प्रकाश यादव ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों को वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद सस्ती दाम पर डीएपी खाद दी जा रही है।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने किसानों से प्राकृतिक खेती शुरू करने का आह्वान किया। डॉ मनमीत ने किसानों को नई कृषि तकनीक, उच्च गुणवत्ता वाले बीज, खाद और आधुनिक कृषि यंत्रों की जानकारी विस्तार के साथ दी।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर उपायुक्त डॉ. विवेक भारती, एडीसी डॉ आनंद कुमार शर्मा, भाजपा के जिला अध्यक्ष दयाराम यादव, नगर परिषद की चेयरपर्सन कमलेश सैनी, सीटीएम मंजीत कुमार, डीडीए डॉ. देवेंद्र सिंह बाजवा, डॉ हरपाल सिंह के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।