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3 दोषियों को जिला अदालत ने सुनाई सजा

07:36 AM Sep 12, 2024 IST

मोहाली,11 सितंबर (हप्र)
जिला अदालत ने शराब के नशे में महिला नर्स से दुर्व्यवहार करने व उसे धमकी देने के 3 दोषियों को सजा सुनाई है। अदालत ने कहा कि युवकों ने अपराध किया है तो चाहे थोड़ी ही सही लेकिन वे सजा के हकदार है। अदालत ने आरोपी गुरदीप सिंह उर्फ मनी, परमिंदर सिंह व जसवीर सिंह को आईपीसी की धारा 186 व 506 में तीन-तीन महीने की सजा व 500-500 रुपये जुर्माना किया है। जुर्माना अदा ना करने पर 10-10 दिन की सजा और काटनी पड़ेगी।
अदालत में बचाव पक्ष के वकील ने बताया कि इस मामले की मुख्य गवाह स्टॉफ नर्स है। अन्य जिन लोगों ने गवाही दी है कि उन सभी को गवाह के रूप में तैयार किया गया है और अदालत में उनकी विधिवत जांच की गई है, लेकिन उनकी गवाही से केवल यह पता चला है कि अस्पताल में कुछ हंगामा हुआ था, लेकिन उन्होंने न तो आरोपी की पहचान की है और न ही इस आधार पर गवाही दी है कि वे प्रत्यक्षदर्शी थे। अन्य गवाहों को वर्तमान मामले का प्रत्यक्षदर्शी नहीं माना जा सकता, इसलिए प्रत्यक्षदर्शी की गवाही ही रिकॉर्ड पर घटना का एकमात्र प्रत्यक्ष साक्ष्य है। उन्होंने कहा कि यदि एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी की गवाही ठोस और विश्वसनीय है, तो वह दोषसिद्धि का आधार बन सकती है। आरोपी के वकील ने इस बिंदु पर जोरदार तर्क दिया है कि कोई रासायनिक रिपोर्ट नहीं है और ऐसे कोई रक्त नमूने नहीं लिए गए हैं जिससे पता चले कि आरोपी व्यक्ति नशे में थे या किसी नशीली दवा के प्रभाव में थे। उन्होंने कहा कि बेशक उसने आरोपी व्यक्तियों की चिकित्सा जांच की थी, जिसमें यह कहा गया था कि वे नशे में थे, लेकिन इसका इस आधार पर विरोध किया गया है कि ऐसी रिपोर्ट पुलिस चालान का हिस्सा नहीं है और अभियोजन पक्ष के मामले में कभी भी ड्रग टेस्ट या रिपोर्ट के बारे में कुछ भी उल्लेख नहीं किया गया था। उन्होंने अदालत से सजा सुनाते हुए नरम रुख अपनाने का आग्रह किया था।

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यह था मामला

इस मामले में आरोपियों के खिलाफ वर्ष 2016 में थाना फेज-1 में आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज हुआ था। 8 दिसंबर 2016 को एसआई बख्शीश सिंह इंचार्ज पुलिस पोस्ट सिविल अस्पताल फेज-6 मोहाली के रूप में तैनात थे और उन्हें कंट्रोल रूम से एक टेलीफोन कॉल आया कि कुछ लोग अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों को परेशान कर रहे हैं। सूचना मिलने पर वे पुलिस पार्टी के साथ अस्पताल पहुंचे और आरोपी व्यक्तियों मनी, जसवीर सिंह और परमिंदर सिंह को पकड़ लिया। स्टाफ नर्स ने लिखित शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी व्यक्ति उसके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे। उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहे थे और अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल कर रहे थे। वे उसे अपनी ड्यूटी निभाने से रोक रहे थे और नशे में थे।

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