तरक्की में रोड़ा बनी दोनों हाईवे से दूरी
07:41 AM Jan 16, 2025 IST
152 डी की गुहला चीका से दूरी चालीस किलोमीटर है, वहीं दिल्ली कटरा रोड गुहला चीका से तीस किलोमीटर दूर से गुजरता है।
हाईवे 152 डी तक पहुंचने के लिए अच्छी सड़क नहीं है, वहीं दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे तक जाने के लिए टूटी फूटी ग्रामीण सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है। चीका वासी वरिष्ठ अध्यापक कुलदीप सिंह झींजर, प्रमुख व्यापारी नरेश जैन, डॉ.सतीश मित्तल, डॉ.राजेश भारद्वाज व किसान हरजिंद्र नंबरदार ने कहा कि गुहला चीका कृषि व व्यापारिक दोनों दृष्टि से प्रदेश का प्रमुख शहर है। गुहला में जहां एशिया की प्रमुख अनाज मंडी है और इसे धान के कटोरे के नाम से जाना जाता है। धान की अधिक उपज होने के चलते यहां पर सैकड़ों राइस मिल व दूसरी इंडस्ट्री हैं। गुहला चीका के राइस मिलों का चावल देश विदेश तक जाता है। वहीं गुहला चीका मार्बल की प्रमुख मंडी है। यहां के व्यापारी राजस्थान के अलावा दूसरे प्रदेशों से भी मार्बल मंगवाते लेकिन इस शहर की किसी भी हाईवे से सीधी कनेक्टिविटी न होने के कारण यहां के व्यापारियों के साथ साथ आम लोगों को भी दिक्कतें हो रही हैं। स
यहां के लोगों ने केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी से मांग की है कि 152 डी को वाया गुहला चीका पंजाब में दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाए ताकि यहां के लोग भी केंद्र सरकार की बेहतरीन सड़क परियोजना का लाभ ले सकें।
गुहला से भाजपा के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर ने कहा कि गुहला चीका के सीधे तौर पर एक्सप्रेस वे से जुड़ने पर जहां इस शहर का व्यापारी फलेफूलेगा, वहीं यहां के लोग सीधे माता वैष्णों देवी मंदिर के दर्शन के लिए जा सकेंगे। गुहला चीका को सीधे दोनों हाईवे से जोड़ने के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री नायब सैनी व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भेंट करेंगे और 152 डी से दिल्ली कटरा एक्सप्रेस-वे को पंजाब के गांव ठरूआ में बने एंट्री प्वाइंट तक लगभग 70 किलोमीटर लंबे रोड को चौड़ा व मजबूत बनाने की मांग रखेंगे।
जीत सिंह सैनी/निस
गुहला चीका, 15 जनवरी
केंद्र सरकार ने उत्तरी हरियाणा से दो प्रमुख हाईवे 152 डी और दिल्ली कटरा एक्सप्रेस-वे निकाले हैं। इन दोनों ही हाईवे का कई जिलों के लोगों को सीधा लाभ मिला है लेकिन व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला गुहला चीका इन हाईवे के लाभ से वंचित रह गया है।
हाईवे 152 डी तक पहुंचने के लिए अच्छी सड़क नहीं है, वहीं दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे तक जाने के लिए टूटी फूटी ग्रामीण सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है। चीका वासी वरिष्ठ अध्यापक कुलदीप सिंह झींजर, प्रमुख व्यापारी नरेश जैन, डॉ.सतीश मित्तल, डॉ.राजेश भारद्वाज व किसान हरजिंद्र नंबरदार ने कहा कि गुहला चीका कृषि व व्यापारिक दोनों दृष्टि से प्रदेश का प्रमुख शहर है। गुहला में जहां एशिया की प्रमुख अनाज मंडी है और इसे धान के कटोरे के नाम से जाना जाता है। धान की अधिक उपज होने के चलते यहां पर सैकड़ों राइस मिल व दूसरी इंडस्ट्री हैं। गुहला चीका के राइस मिलों का चावल देश विदेश तक जाता है। वहीं गुहला चीका मार्बल की प्रमुख मंडी है। यहां के व्यापारी राजस्थान के अलावा दूसरे प्रदेशों से भी मार्बल मंगवाते लेकिन इस शहर की किसी भी हाईवे से सीधी कनेक्टिविटी न होने के कारण यहां के व्यापारियों के साथ साथ आम लोगों को भी दिक्कतें हो रही हैं। स
यहां के लोगों ने केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी से मांग की है कि 152 डी को वाया गुहला चीका पंजाब में दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाए ताकि यहां के लोग भी केंद्र सरकार की बेहतरीन सड़क परियोजना का लाभ ले सकें।
Advertisement
केंद्रीय मंत्री गडकरी, सीएम के समक्ष रखूंगा मांग
Advertisement
Advertisement