स्कूल को लेकर विवाद, धरने पर बैठे व्यापारी
* मंदिर के पदाधिकारियों ने दानपात्र से चोरी करने की शिकायत पुलिस को दी
* शिक्षिकाओं ने ट्रस्ट के सदस्यों पर लगाया हमले का आरोप
हिसार, 15 अप्रैल (हप्र)
नयी अनाज मंडी स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर के बेसमेंट के चार कमरों में करीब 43 सालों से चल रहे राजकीय प्राथमिक स्कूल को अंबेडकर बस्ती में स्थानांतरित करने के मामले में सोमवार को फिर से विवाद हो गया। मंदिर पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि अज्ञात व्यक्तियों ने मंदिर का गेट का गेट व सीसीटीवी तोड़कर दानपात्र से रुपये चोरी कर लिए। वहीं स्कूल की शिक्षिकाओं ने मंदिर ट्रस्ट पर दुर्व्यवहार व हमला करने का आरोप लगाया। फिलहाल पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है और अनाज मंडी के व्यापारियों ने एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर मंडी में हड़ताल कर धरना शुरू कर दिया है। घटना की सूचना मिलने के बाद एसडीएम जयवीर यादव व शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
धरने को संबोधित करते हुए व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि चोरी को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दे दी गई है और पुलिस प्रशासन से मांग की है कि वह इस वारदात में जो भी अपराधी शामिल हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस प्रशासन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती तब तक मंडी में हड़ताल जारी रहेगी। व्यापारियों का आरोप है कि पुलिस ने इस घटना में एफआईआर भी दर्ज नहीं की, जिसके विरोध में अनाज मंडी एसोसिएशन ने मंडी के मुख्य गेट को बंद करके अनाज की खरीद व बोली बंद करके धरना प्रदर्शन किया। साथ ही फैसला लिया कि पुलिस जब तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं करती, तब तक मंडी में हड़ताल रहेगी।
शौचालय पर जड़ दिया ताला
दरअसल जनवरी माह में मंदिर संचालकों ने वास्तु दोष बताते हुए पहले स्कूल के शौचालय पर ताला लगा दिया और बिजली लाइन काट दी और खिड़कियों के आगे चिनाई करके उनको बंद कर दिया। इसके बाद जब जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत की तो इस बारे में बैठक हुई और स्कूल को मंदिर से स्थानांतरित करने का फैसला लिया। फैसले के अनुसार स्कूल में चार कमरे व शौचालय नई अनाज मंडी एसोसिएशन के द्वारा बना कर दिए जाएंगे। मंडी द्वारा कमरे व शौचालय बनाने के बाद सारे बच्चे अंबेडकर बस्ती स्कूल में जाएंगे। स्कूल शिक्षकों ने बताया कि इस प्राथमिक स्कूल में पहली से पांचवीं तक के 169 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं मगर यहां सिर्फ 4 ही कमरे हैं। एक कमरे में मिड डे मील बनता है। एक में हेडटीचर का रूम है। बच्चों के लिए दो कमरे हैं। शिक्षकों ने बताया कि मंदिर कमेटी के साथ बीते करीब एक साल से विवाद चल रहा है। मंदिर कमेटी स्कूल के बच्चों व शिक्षकों को टॉयलेट्स इस्तेमाल नहीं करने देना चाहती। बार-बार ताला जड़ दिया जाता है।