योजना को अमल में लाने की रणनीति पर किया विचार-विमर्श
गुरुग्राम, 2 जनवरी (हप्र)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों और कार्यान्वयन पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आज राजकीय कन्या महाविद्यालय, सेक्टर 14, गुरुग्राम में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता हेमंत वर्मा (संयुक्त निदेशक, डीएचई), डॉ. कृष्णा (सहायक निदेशक, डीएचई), और प्राचार्य डॉ. जितेंद्र मलिक ने की। इस अवसर पर गुरुग्राम मंडल के 74 सरकारी महाविद्यालयों और फरीदाबाद मंडल के 33 महाविद्यालयों के नोडल अधिकारी और प्राचार्य उपस्थित रहे। यह बैठक राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तैयारियों के तहत आयोजित की गई, जिसे स्वामी विवेकानंद जयंती (12 जनवरी 2025) के अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र में एक संगोष्ठी के दौरान शिक्षा मंत्री उद्घाटन करेंगे।
इस अवसर पर माननीय शिक्षा मंत्री एक समर्पित पोर्टल, एक गूगल फॉर्म, और सुझाव पेटी भी लॉन्च करेंगे, जो सहयोग को प्रोत्साहित करने और एनईपी कार्यान्वयन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से होगा।
बैठक का उद्देश्य संस्थागत सहयोग को बढ़ावा देना, ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ लक्ष्यों पर रणनीति बनाना, और समग्र एवं बहुविषयक शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयासों को संरेखित करना था।बैठक के दौरान प्राचार्यों और नोडल अधिकारियों ने जीवंत चर्चा में भाग लिया, जिसमें उन्होंने चुनौतियों, नवीन विचारों और कार्यान्वयन योग्य रणनीतियों को साझा किया।
बैठक का समापन एनईपी के चरणबद्ध कार्यान्वयन के लिए एक व्यापक रोडमैप को अपनाने के साथ हुआ, जिसमें निम्नलिखित क्षेत्रों में मापनीय परिणामों को लक्षित किया गया। सभी सुझावों को संकलित किया जाएगा और फरवरी 2025 में एक राष्ट्रीय गोलमेज सम्मेलन में आगे चर्चा की जाएगी। इस रोडमैप के तहत दिसंबर 2025 तक इन लक्ष्यों को प्राप्त करने की योजना बनाई गई है। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. जितेंद्र मलिक ने सभी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।