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Disaster Management Committee meeting-बम ब्लास्ट, रसायन रिसाव व आतंकी हमलों से निपटने की तैयारी पर चर्चा

02:21 AM Jan 24, 2025 IST
disaster management committee meeting बम ब्लास्ट  रसायन रिसाव व आतंकी हमलों से निपटने की तैयारी पर चर्चा
गुरुग्राम में वीरवार को जिला आपदा प्रबंधन कमेटी की बैठक में पुलिस आयुक्त और उपायुक्त अधिकारियों की लंबी फौज के साथ बम ब्लास्ट, रसायन रिसाव, आतंकवाद हमले,आपदा से निपटने पर विचार विमर्श करते हुए । - हप्र
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गुरुग्राम, 23 जनवरी (हप्र) : पुलिस आयुक्त कार्यालय में बृहस्पतिवार को जिला आपदा प्रबंधन कमेटी (Disaster Management Committee meeting) की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने की। इस दौरान (During this) उपायुक्त अजय कुमार सहित अन्य उच्च अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे। बैठक के दौरान ( जिला स्तर पर आपदाओं से निपटने के लिए मौजूद तैयारियों का जायजा लिया गया और आवश्यक उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई।

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Disaster Management Committee meeting-जिलास्तर पर तैयारी जरूरी : डीसी

पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने कहा (afterward) कि आपदा प्राकृतिक व कृत्रिम किसी भी प्रकार की हो सकती है। इसमें भूकंप, बाढ़ के अलावा बम ब्लास्ट, रसायन रिसाव व आतंकवादी हमला जैसी कोई भी अप्रिय घटना शामिल है। ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए जिला स्तर पर तैयारी जरूरी है। आपदा नियंत्रण में समयबद्ध तरीके से निदान अति आवश्यक है।

'इमरजेंसी रिस्पॉंस व्हीकल भी होगा तैयार'

उपायुक्त अजय कुमार ने बताया कि जिले में इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल भी तैयार किया जाएगा। इसमें आपदा के समय इस्तेमाल होने वाली सभी जरूरत के उपकरण उपलब्ध होंगे। जिला प्रशासन की ओर से इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) तैयार किया जा रहा है। इससे आपदा के समय किसी भी अप्रिय घटना में अधिकारी रिस्पांस सिस्टम के अनुसार कार्य कर सकेंगे।

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डीसीपी ट्रैफिक वीरेंद्र विज ने बताया कि जिले में कुल 1200 ट्रैफिक कर्मी हैं। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग पर 24 घंटे सेवाएं देने वाले कर्मचारी शामिल हैं।

Disaster Management Committee meeting-एसडीआरएफ टीम में करीब 600 पुलिस सहयोगी

विंग कमांडर दिनेश यादव (afterwards) ने बताया कि उनके पास दो डोमेस्टिक फायर टेंडर, 12 प्रशिक्षित कर्मी हैं। सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन मोहित शर्मा ने जानकारी दी कि 300 स्वयंसेवी उनके साथ जुड़े हैं। एनडीआरएफ के डीसीपी अशोक ने बताया कि उनकी टीम में करीब 600 पुलिस सहयोगी हैं। वह किसी बिल्डिंग के गिरने, राहत कार्य व सर्च ऑपरेशन जैसे कार्य करने में निपुण हैं। इसके अलावा करीब 164 मास्टर ट्रेनर हैं। ट्रेनिंग हाउस फिलहाल निर्माणाधीन है।

आपदा प्रबंधन को किया जाएगा मजबूत : मुख्य सचिव

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