एसटीपी भूमि उपलब्ध न होने के कारण गंदे पानी की निकासी की योजना अटकी
समालखा, 5 मार्च (निस)
प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में ग्रामीण क्षेत्र की जिन 9 कालोनियों को अप्रूव्ड किया गया है उनमें गंदे पानी की निकासी व पेयजलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछवाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। समालखा बचाओ संघर्ष मोर्चा के संयोजक एवं आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर के नेतृत्व में कालोनी वासियों के प्रतिनिधिमंडल ने जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ से मिल कर इन समस्याओं को हल कराने का मांग पत्र सौंपा।
एसडीओ मोहित शर्मा ने बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद सभी नई अप्रूव्ड हुई 9 कालोनियों में पीने के पानी की पाइप लाइन अमरूत योजना के तहत बिछा दी जाएगी। नयी अप्रूव्ड कालोनियों से गंदे पानी की निकासी के लिए तत्काल सीवर पाइप लाइन बिछाए जाने की मांग पर एसडीओ ने बताया कि इन कालोनियों से गंदे पानी की समस्या के हल के लिए पहले एक नया सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाना होगा। प्रीतम पुरा कालोनी में बने वर्तमान एसटीपी की क्षमता मात्र 5 मीट्रिक लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) की है, जबकि जरूरत 13 एमएलडी के ट्रीटमेंट प्लांट की है। इसके लिए 8 एमएलडी क्षमता का नया ट्रीटमेंट प्लांट गांव भापरा में लगाना होगा। इसके लिए दो एकड़ भूमि नगरपालिका को उपलब्ध करानी है। नगरपालिका द्वारा भूमि उपलब्ध न कराए जाने के कारण योजना अटकी हुई है। उधर, संघर्ष मोर्चा नेताओं ने कहा कि वे समस्या हल होने तक चुप नहीं बैठेंगे, संघर्ष जारी रखेंगे।