अमृत जोहड़ में गिर रहा सीवर का गंदा पानी
रेवाड़ी, 9 मार्च (हप्र)
बावल क्षेत्र के गांव शाहपुर में 50 लाख की लागत से तैयार किये गए अमृत जोहड़ की हालत को देखकर इसे गदंगी का जोहड़ ही कहा जाएगा। गांव के इस प्राचीन जोहड़ में गांव की नालियों व सीवर का गंदा पानी-मल छोड़ा जा रहा है। इस बात से नाराज ग्रामीणों ने रविवार को बैठक बुलाकर प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त करते विधायक व डीसी को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया।
गांव के रामदयाल, मांगेराम, सूबेदार महासिंह, पूर्ण सिंह, धर्मपाल ने कहा कि गांव के प्राचीन जोहड़ को अमृत जोहड़ का दर्जा दिये जाने के बाद 50 लाख रुपये की लागत से सरकार ने इसकी छटाई व फैंसिंग कराई थी। योजना के अनुसार इस जोहड़ में नालियों, सीवर का ट्रीटमेंट किया हुआ साफ पानी छोड़ा जाना था। ताकि ग्रामीणों को इस जोहड़ का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि लगता है कि सरकार ने इस जोहड़ को गंदगी से भरने के लिए 50 लाख रुपये खर्च डाले। उन्होंने कहा कि जोहड़ में छोड़े जा रहे गंदे पानी को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष है। जोहड़ के निकट रहने वाले परिवारों को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बीडीपीओ बावल को शिकायत दिये जाने के बावजूद ठेकेदार व उसकी टीम द्वारा गंदा पानी जोहड़ में छोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जोहड़ के गंदे पानी के कारण गांव में लगे हैंडपंप व समर्सिबल का पानी दूषित हो गया है और इस पानी के इस्तेमाल से बीमारियां बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि वे इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि गंदा पानी नहीं रोका गया तो सोमवार को विधायक व उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर समस्या के समाधान करने की गुहार लगाएंगे। यदि फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन व धरना-प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर गांव के प्रीतम सिंह, मनोहर लाल, शुभराम, राजसिंह, रामफल, प्रदीप, सूरजभान, सुखबीर, धर्मबीर, लालसिंह व शेरसिंह आदि उपस्थित थे।