घाटों पर गंदगी, पश्चिमी यमुना नहर में गिराया जा रहा नालों का गंदा पानी
जगाधरी के बाजारों में रौनक, जमकर हुई खरीदारी
यमुनानगर, 6 नवंबर (हप्र)
लाख दावों के बावजूद अभी भी कई नाले बिना ट्रीट किए सीधा पश्चिमी यमुना नहर में गिर रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों का दावा है कि नालों का पश्चिमी यमुना नहर में गिरना बंद किया गया है, लेकिन इसके बावजूद लगभग आधा दर्जन नाले बिना ट्रीट किए पश्चिमी यमुना नहर में गिर रहे हैं। आजाद नगर की विभिन्न गलियों से आने वाले गंदे नालों का पानी भी इसी पश्चिमी यमुना नहर में गिर रहा है।
श्रद्धालुओं का कहना है कि उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ हो रहा है। जब समय तय है छठ महापर्व का, तो उससे पहले नगर निगम को सफाई करवानी चाहिए।
यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा का कहना है कि उन्होंने यमुना घाट के विभिन्न इलाकों का दौरा किया है और अधिकारियों को सफाई व्यवस्था में सुधार लाने सड़कों की दशा ठीक करने के दिशा निर्देश दिए हैं। उम्मीद है जल्द ही इस इलाके को साफ सुथरा किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न आए।
इस बारे नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर विजय यादव का कहना है कि जो नाले पश्चिम यमुना नहर में गिर रहे थे, उन्हें बंद करवा दिया गया है।
गोताखोर भी रहेंगे उपलब्ध
छठ महापर्व को लेकर जहां अन्य तैयारियां की गई हैं वहीं किसी तरह की कोई दुर्घटना न हो, इसके लिए यमुनानगर के उपायुक्त मनोज कुमार के आदेश कर सिंचाई विभाग ने गोताखोर एवं बोट की व्यवस्था की है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु यमुना किनारे पहुंचते हैं। इस दौरान कई बार हादसे होते हैं, इस बार कोई हादसा न हो, इसको लेकर व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं।
जगाधरी (हप्र) : चार दिवसीय छठ मईया का पर्व गत दिवस शुरू हो गया। महिलाओं ने संतान की दीर्घायु व सुख-समृद्धि के लिए व्रत शुरू कर दिया। इस दौरान वे मीठे चावल ही एक बार खा सकेंगी। 7 नवंबर की शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। वहीं, 8 नवंबर की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत खोला जाएगा। बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया जाएगा। छठ पर्व को लेकर बुधवार को जगाधरी, बूडिया आदि बाजारों में यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़ के लोगों फल, मूली, नारियल, श्रंगार, गन्ने, मेवे, मिट्टी के बर्तन, लकड़ी से बनी बास्केट, मिठाई आदि सामान की खरीदारी की। पंसारी बाजार जगाधरी में खरीदारी करने आए बिहार के रामप्रताप, जोगेश्वर, अमृती देवी, सुनीता आदि का कहना था यह उनका बहुत पवित्र व बड़ा पर्व होता है। संतान की लंबी आयु व सुख-समृद्धि के लिए माताएं यह कठिन व्रत रखती हैं। भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ के पदाधिकारी रविंद्र चौरसिया ने कहा कि देश भर में इस पर्व की धूम रहती है। उन्होंने कहा कि 7 नवंबर शाम को यमुना नहर के घाटों पर भजन-कीर्तन व लोकगीतों का आयोजन होगा। घाटों पर लाइटिंग की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने कहा कि पर्वों से आपसी भाईचारा बढ़ता है।