मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
आस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

‘दिल्ली चलो’ प्रदर्शन को लेकर किसान संगठनों में मतभेद

07:05 AM Feb 10, 2024 IST
लुधियाना में डीसी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे किसान। - हिमांशु महाजन

संजीव सिंह बरियाना/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 9 फरवरी
पंजाब के 16 किसान संगठनों, मुख्य रूप से, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) ने 13 फरवरी को ‘दिल्ली चलो’ विरोध प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय राजधानी की ओर यात्रा शुरू कर दी है। उधर, भारती किसान यूनियन (राजेवाल), बीकेयू (उगराहां) और बीकेयू (लाखोवाल) सहित कई यूनियनें इस प्रदर्शन में भाग नहीं ले रही हैं।
नवंबर, 2020 में केंद्र द्वारा विवादास्पद किसान बिल पारित करने के विरोध में एसकेएम का गठन 40 किसान यूनियनों के साथ किया गया था। नेताओं के बीच मतभेदों के कारण एसकेएम (गैर राजनीतिक) का गठन हुआ, जिसमें जगजीत सिंह दल्लेवाल जुलाई, 2022 के बाद प्रदर्शनों, अन्य आयोजनों के समन्वयक के रूप में उभरे। मामले में एक वरिष्ठ किसान नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘किसान आंदोलन के दौरान धन के कुप्रबंधन के आरोपों के बाद पहले भी मतभेद सामने आए।’ इस बीच, केएमएससी के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा, ‘जो लोग हमारे साथ भाग नहीं ले रहे हैं वे राजनीतिक व्यवस्था का हिस्सा बन गए हैं। हमने अपने मिशन के लिए लंबे समय तक दिल्ली में रहने और भोजन की सभी व्यवस्थाएं कर ली हैं।’ आरोपों से इनकार करते हुए, बीकेयू (राजेवाल) के अध्यक्ष ने कहा, ‘13 फरवरी के कार्यक्रम के आयोजक मूल किसान आंदोलन का हिस्सा भी नहीं थे। लाल किले पर जो उपद्रव हुआ, उसके पीछे ये ही चेहरे थे। वास्तविकता सामने आ जाएगी।’ बीकेयू (उगराहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा, ‘हमारे पास ट्रेड यूनियनों के समर्थन में 16 फरवरी को राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन (भारत बंद) की योजना है। इसकी घोषणा बहुत पहले कर दी गई थी।’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘किसानों को तय करने दीजिए कि असली कौन है।’ इस बीच, दिल्ली चलो कार्यक्रम के संबंध में आयोजकों ने दावा किया कि देशभर से 200 किसान संगठनों से जुड़े किसान आ रहे हैं।

Advertisement

हरियाणा के आठ जिलों और दिल्ली बॉर्डर पर बढ़ी चौकसी

हरियाणा पुलिस ने पंजाब और दिल्ली से लगते सीमाक्षेत्रों वाले आठ जिलों में निगरानी बढ़ा दी है। पुलिस इन इलाकों में बेरिकेड्स और कंटीले तार लगा रही है। अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गयी है। सिरसा, फतेहाबाद, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र और अंबाला जिलों के अलावा सोनीपत और झज्जर में भी पुलिस सतर्क है। अधिकारी स्थानीय किसान नेताओं के साथ बातचीत भी कर रहे हैं। उधर, दिल्ली पुलिस ने भी उत्तर प्रदेश और हरियाणा बॉर्डर पर अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की है। दिल्ली के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे विभिन्न राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि अर्द्धसैनिक बलों से भी संपर्क किया जा रहा है। (टि्रन्यू/एजेंसी)

Advertisement
Advertisement