Detoxification of Home खुद की तरह घर को भी करें डिटॉक्स
डिटॉक्स सिर्फ शरीर का नहीं, घर का भी होता है। यानी रोजमर्रा की सफाई के बजाय हफ्ते में कम से कम एक बार गहरी व बारीकी से सफाई। बिखरा सामान सहेजें, कपड़े अलमारी में लगाएं, पुराने व अनुपयोगी सामान किसी जरूरतमंद को दे दें,बंद खिड़कियों को खोलें- इस तरह होम डिटॉक्सिफिकेशन करके देखिए, फिर महसूस कीजिये इसके फायदे। यकीनन आप सुकून का अहसास कर पायेंगे।
दीप्ति अंगरीश
आप खुद हमेशा व्यवस्थित रहते हैं, तो घर को भी व्यवस्थित रखना उतना ही महत्वपूर्ण है। यहां बात घर की रोजमर्रा सफाई की नहीं, बल्कि होम के डिटॉक्सिफिकेशन की हो रही है। शरीर को डिटॉक्सिफाई करते हैं, तो उससे तन-मन नई ताजगी व नई ऊर्जा से भर जाते हैं। ठीक वैसा ही डिटॉक्सिफिकेशन घर का भी चाहिए। साफ, व्यवस्थित और ताजगी से भरा घर न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य , बल्कि मानसिक शांति के लिए भी जरूरी है- घर छोटा या बड़ा। यह होम का डिटॉक्सिफेशन सप्ताह में एक दिन करें और फिर एक दिन छोड़कर। यकीन मानिए घर में आप सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता महसूस करेंगे। इस प्रक्रिया से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, जो आपके जीवन को और भी खुशहाल बनाएगा। जनिये, घर को डिटॉक्स करने के आसान और बेहतर तरीके-
कुछ नहीं हो बिखरा-बिखरा
हर किसी के घर में और घर के हर कमरे में चीजें बिखरी-बिखरी रहती हैं। यह होना स्वाभाविक है। आखिर जहां बैठेंगे वहां सामान तो यहां-वहां होगा ही। लेकिन बिखरी हुई चीजें देखने में बुरी लगती हैं, ये मानसिक तनाव भी पैदा कर सकती हैं। यदि टेबल पर कप, गिलास आदि पड़े है, फर्श पर खुले अखबार, किताबें, जरूरी कागजात , अलमारियों में पुराने कपड़े, जूते और बेकार सामान है, तो सब की बारीकी से सफाई करें। मतलब जो चीज जहां रखनी है, बिना आलस उसे नियत जगह पर रख दें, कुछ काट-छांट करें। साथ ही पर्सनल सामान, जैसे हेयर ब्रश आदि की सफाई करें, पुरानी लिपस्टिक फेंक दें आदि।
हवा का आना-जाना
घर में हर वक्त हवा आए, इसके लिए पंखा चलाना जरूरी नहीं बल्कि खिड़कियां खोलें। इससे घर में ताजी हवा आएगी। खोलकर ताजी हवा को भीतर आने दें। ताजगी का अहसास करने के लिए खिड़कियों के पास हरे पौधे रखें। इससे न केवल वातावरण शुद्ध होता है, बल्कि ये पौधे घर की खूबसूरती को भी बढ़ाते हैं। इसके अलावा, सुगंधित मोमबत्तियां या पोटपौरी घर में खुशबू का अहसास दिलाएंगे, जिससे घर में ताजगी का माहौल बनेगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स को व्यवस्थित करें
हमारे जीवन का एक बड़ा हिस्सा आजकल इलेक्ट्रॉनिक्स के आसपास घूमता है। लेकिन जब यह चीजें हर जगह बिखरी होती हैं, तो यह न केवल अव्यवस्था फैलाती हैं, बल्कि मानसिक थकावट भी बढ़ाती हैं। अपने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को नियत स्थान पर रखें। वहीं कोशिश करें कि इन्हें हर समय इस्तेमाल न करें। कुछ समय के लिए डिजिटल डिटॉक्स करने से न केवल आपकी आंखों को आराम मिलेगा, बल्कि मानसिक शांति भी मिलेगी। जैसे यदि आप रात को ईयर बड्स लगाकर सो जाते हैं। तो आपकी यह आदत आपको बीमार कर सकती है। कारण रेडिएशंस। गैजेट्स का इस्तेमाल करें, लेकिन कम।
पुरानी चीजों को बाहर फेंकें
बहुत लोगों को पुरानी चीजों से मोह होता है। इस मोह के कारण पुरानी और बेकार चीजों का ढेर घर में लगता रहेगा। नतीजन घर हो जाएगा खचाखच, भरा-भरा सा। पुरानी और अवांछित चीजें घर में नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकती हैं। अगर कोई वस्तु आपको खुशी नहीं देती या अब उपयोगी नहीं है, तो उसे बाहर निकालें। घर में ऐसी चीजों का स्थान न रखें जो पुराने वक्त या दुःखद यादों को ताजा करती हों। नई और सकारात्मक ऊर्जा के लिए जगह बनाएं, और अपने जीवन को हल्का महसूस करें।
गहराई-बारीकी से सफाई करें
सिर्फ रोजमर्रा की सफाई से घर को पूरी तरह से डिटॉक्स नहीं किया जा सकता। इसके लिए हर सप्ताह में एक बार घर में ‘डीप’ सफाई करें। पुरानी खाने वाली चीजें, खराब खाने की चीजें और अनावश्यक सामान को बाहर फेंकें। कई दिनों से बंद खिड़कियों को खोलें। अपनी अलमारी और रैक की सफाई करें, पुराने और फटे कपड़े निकाल दें। जिन कपड़ों को आपने कई सालों से नहीं पहना तो उन्हें किसी जरूरतमंद को दे दें। ऐसा नियमित करने से घर साफ रहेगा। आजकल ऐसी वाली सफाई अपने ऑफिस व कैंपस आदि में बहुत सी कंपनियां भी करती हैं।