साहित्यकार अमृता प्रीतम की जयंती पर विस्तृत व्याख्यान का आयोजन
भिवानी, 30 अगस्त (हप्र)
चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग द्वारा प्रसिद्ध साहित्यकार अमृता प्रीतम की जंयती की पूर्व संध्या पर उनकी याद में एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर साहित्यकार डॉ. रश्मि बजाज ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि अमृता प्रीतम को न केवल पंजाब की कवियश्री माना जाता है बल्कि अपने साहित्य के कारण उनको भारत की सिमोन डी ब्यूवोडर कहा जाता है। अमृता प्रीतम की 100 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित व अनूदित हो चुकी है उनका साहित्य संख्यात्मक दृष्टि से न देखकर गुणात्मक दृष्टिकोण से देखते है इसी कारण से उनको भारत का साहित्यिक पुरस्कार ज्ञानपीठ और पदम विभूषण से सम्मानित किया गया।
बजाज ने अमृता प्रीतम की प्रसिद्ध कविता अज्ज आखां वारिस शाह नूं की पंक्तियों का सवारपाठ सुनाकर बताया कि उनकी यह कविता विभाजन की अत्यंत दुखद घटनाओं को आधार बनाकर लिखी गई है, जिससे भारत व पाकिस्तान दोनों देशों में सराहा, गया। उनकी पता कविता के माध्यम से उन्होंने स्त्रीयों की बौदिक स्वतंत्रता की बातकी।
साहित्यकार अमृता प्रीतम की जयंती की पूर्व संध्या पर अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. स्नेहलता शर्मा ने पुष्प गुच्छ भेंटकर प्रो. रश्मि बजाज का अभिनन्दन व स्वागत किया। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. अभिषेके चंदेल ने किया और मंच संचालन का कार्य डॉ. वी. एम. बेन्चैन ने किया। इस अवसर पर अंग्रेजी व हिन्दी विभाग एवम लिटरेरी क्लब के सभी अध्यापक व छात्र मौजूद रहे।