गाजा पट्टी में विनाशलीला, जमीनी युद्ध की बढ़ी आशंका
यरूशलम, 10 अक्तूबर (एजेंसी)
कई सालों बाद गाजा पट्टी में एक बार फिर विनाशलीला शुरू हो गयी है। इस्राइल के तीन लाख अतिरिक्त सैनिकों को तैनात करने के बाद एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि क्या वह छोटे से भूमध्यसागरीय तटीय क्षेत्र गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू करेगा। उसने आखिरी बार 2014 में जमीनी आक्रमण किया था।
इस बीच, मंगलवार को इस्राइल के युद्धक विमानों ने गाजा सिटी में लगातार बमबारी की जो आतंकवादी संगठन हमास द्वारा संचालित सरकार का केंद्र है। यह कार्रवाई तब की गयी है जब इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस्लामिक आतंकवादी समूह से ऐसा बदला लेने का संकल्प लिया है जिसकी ‘गूंज कई पीढ़ियों तक सुनायी देगी।’ पिछले चार दिन से जारी इस युद्ध में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों पक्षों के हजारों लोग घायल हुए हैं। इस्राइल की सड़कों पर कई दशकों में पहली बार ऐसा खूनखराबा देखा गया और इसके जवाब में गाजा में कई इलाके नेस्तनाबूद कर दिए गए। इस बीच, हमास ने यह कहकर तनाव और बढ़ा दिया है कि हमले जारी रहे तो वह बंधक बनाए गए इस्राइलियों को मौत के घाट उतार देगा। हमास के कब्जे में 150 सैनिकों एवं अन्य लोगों के बंधक होने की आशंका है। नेतन्याहू ने बंधक संकट से निपटने और लापता लोगों की तलाश के लिए एक पूर्व सैन्य कमांडर को नियुक्त किया है। उधर, इस्राइली सेना ने देश के दक्षिणी हिस्से में ज्यादातर जगहों पर फिर से नियंत्रण का दावा करते हुए कहा कि करीब 1500 हमास आतंकवादियों के शव पाए गए हैं। इस्राइल ने गाजा सीमा पर टैंक और ड्रोन तैनात किए हैं। वहीं, गाजा में लगातार जारी हवाई हमलों में इमारतों के जमींदोज होने के कारण हजारों निवासी अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं। घनी आबादी वाले गाजा पट्टी में व्यापक विनाश का खतरा पैदा हो गया है। इस्राइल के विदेश मंत्री अली कोहेन ने हमास को किसी भी बंधक को नुकसान पहुंचाने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा, ‘इस युद्ध अपराध को भुलाया नहीं जाएगा।’
इस बीच, इस्राइल की सेना के एक अधिकारी का कहना है कि सप्ताहांत में हमास की ओर से अचानक किए गए हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,000 से अधिक हो गई है। उधर, इस्राइल के हमले में गाजा में अब तक 830 लोगों की मौत हुई है और भारी तबाही हुई है।
नेतन्याहू ने किया फोन, मोदी ने कहा- हम साथ
नयी दिल्ली : इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जवाबी हमलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मौजूदा परिस्थिति से अवगत कराया है। मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘मैं प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के फोन कॉल के लिए और मौजूदा हालात पर जानकारी देने के लिए उन्हें शुक्रिया अदा करता हूं। भारत की जनता इस मुश्किल घड़ी में मजबूती से इस्राइल के साथ खड़ी है। भारत आतंकवाद के सभी स्वरूपों की पुरजोर और कड़ी निंदा करता है।’
'' हमने हमास पर हमला करना अभी तो शुरू ही किया है। हम आने वाले दिनों में अपने दुश्मनों के साथ जो करेंगे, उसकी गूंज कई पीढ़ियों तक सुनाई देगी। ''
बेंजामिन नेतन्याहू, प्रधानमंत्री- इस्राइल
1973 के बाद ऐसे हालात हमास के हमले में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत मिस्र और सीरिया के साथ 1973 के युद्ध के बाद से पहली बार देखी गयी है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक गाजा पर इस्राइली हवाई हमलों में 790 मकान जमींदोज हो गए हैं। जल और साफ-सफाई से संबंधित तीन स्थानों पर हमले से चार लाख लोगों तक सेवाएं बाधित हो गई हैं। आवश्यक आपूर्ति की इस्राइली नाकेबंदी से गाजा मिस्र पर निर्भर हो जाएगा।
ब्रिटेन भी आया इस्राइल के समर्थन में
लंदन : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और इटली के नेताओं से बात की है। इसके बाद सुनक उत्तरी लंदन के एक यहूदी उपासनागृह में आयोजित प्रार्थना में शामिल हुए और देश के यहूदी समुदाय को आश्वस्त किया कि वह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। सुनक ने आतंकवाद के भयावह कृत्यों के लिए हमास की स्पष्ट तौर पर निंदा भी की।