दादुपुर नलवी नहर डिनोटिफाइड होने के बावजूद किसानों को अधिगृहीत भूमि वापस नहीं मिली : जसबीर मामूमाजरा
शाहाबाद मारकंडा, 5 मई (निस)
भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के कार्यकारी हलका प्रधान, प्रगतिशील किसान व हरियाणा कंबोज सभा के हलका प्रधान जसबीर सिंह कंबोज मामूमाजरा ने सरकार से अपील की है कि कोई भी बड़े प्रोजेक्ट्स, जिनके गुजरने से इस क्षेत्र के किसान प्रभावित हों, गुजारने से पूर्व यहां के किसान प्रतिनिधियों को विश्वास में लिया जाए।
उन्होंने विशेष रूप से कहा कि दादुपुर नलवी नहर डिनोटिफाई हो चुकी है, लेकिन इसके लिए अधिगृहित भूमि अब तक भी किसानों को वापस नहीं दी गई। हालांकि नियम है कि अगर अधिगृहित भूमि पर कोई प्रोजेक्ट 5 वर्ष तक नहीं बनता तो यह जमीन वापस किसानों को लौटानी होगी। उन्होंने कहा कि 152-जी कॉरिडोर में सड़क निर्माण से किसान खफा हैं।
यह जलबेहड़ा से पट्टी शहजादपुर तक बन रहा है। कंबोज के अनुसार ऐसी जानकारी है कि भिवानी से रोहतक, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला व शंभु नयी रेल लाइन का सर्वे चल रहा है, जिसमें बताया जाता है कि प्रोजेक्ट की चौड़ाई 160 मीटर है, जो कि लगभग अढ़ाई एकड़ बनती है। यह रेलमार्ग खेतों को त्रिभुजों में काटता हुआ गुजरेगा।
अगर सर्वे सिरे चढ़ता है तो सभी गांव पानी में डूब जाएंगे। उन्होंने प्रश्न किया कि आखिर ऐसे प्रोजेक्ट यहीं से क्यों गुजर रहे हैं। आगरा, शामली-हिमाचल को जाने के लिए एक बड़ा कॉरिडोर भी यहीं से गुजरने की चर्चा है।
बुलेट ट्रेन भी शुरू होने पर यहीं से गुजरेगी। वह शीघ्र क्षेत्रीय भाकियू की बैठक बुलाकर चर्चा करेंगे तथा सरकार व प्रशासन को एक विस्तृत ज्ञापन भी सविस्तार किसान हित में देंगे।