खराब स्वास्थ्य के बावजूद चिलचिलाती धूप में प्रचार में जुटे मनोहर लाल
चंडीगढ़, 21 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के पूर्व सीएम और करनाल से भाजपा प्रत्याशी मनोहर लाल खट्टर ने अपने चुनावी प्रचार को अंतिम चरण में और भी तेज कर दिया है। लगातार रोड-शो करने में जुटे मनोहर लाल शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों को भी कवर करने में जुटे हैं। पिछले कई दिनों से मनोहर लाल का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं चल रहा है, इसके बावजूद प्रचार करना नहीं रोका। चिलचिलाती धूप में भी चुनाव प्रचार की बागडोर थामे हुए हैं।
करनाल में अपने चुनावी प्रचार की कमान संभालने के साथ-साथ पूर्व राज्य की बाकी नौ लोकसभा सीटों को लेकर भी नियमित रूप से बैठकें कर रहे हैं। दिनभर की चुनावी प्रचार की भाग-दौड़ के बाद शाम को वे रोजाना समीक्षात्मक बैठक भी कर रहे हैं। मनोहर लाल के साथ चलने वाले नेताओं व उनके स्टाफ में भी उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी रहती है। इसके बाद भी वे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। लोकसभा के गांवों में लगातार रोड-शो और जनसभा के जरिये लोगों से भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं।
शुरूआती दौर में कुछ गांवों में मनोहर लाल का विरोध भी हुआ। हालांकि इसका एक पहलू यह भी है कि विरोध करने वालों के मुकाबले समर्थन करने वालों की भी लंबी कतार है। गांवों में बड़ा वोट बैंक ऐसा भी है, जो किसी भी प्रत्याशी के विरोध के पक्ष में नहीं है। ग्रामीणों में इस बात को लेकर चर्चा भी होती है। उनका कहना है कि अगर किसी प्रत्याशी को पसंद नहीं करते तो वोट की चोट मारनी चाहिए। इस तरह का विरोध करना सही नहीं है। माना जा रहा है कि हल्के-फुल्के विरोध से नुकसान की बजाय दूसरे वर्गों में फायदा हो सकता है। ग्रामीणों की चुप्पी ने कांग्रेस की टेंशन भी बढ़ाई हुई है।
समालखा, पानीपत आदि जगहों पर मनोहर लाल के रोड-शो में जिस तरह से लोग भार निकले, वह चर्चाओं में भी बन रहा है। मनोहर लाल सुबह आठ बजे से ही अपने ‘चुनावी रथ’ पर सवार होकर अपने क्षेत्र में निकल लेते हैं। फिर वे बिना रुके, बिना थके शाम तक लोगों से संपर्क साधते हैं। वे बीच-बीच में जनता को बता रहे थे कि उनका स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक नहीं है। गला भी बैठ गया है।
रोड-शो में पहुंच रहे बच्चे
मनोहर लाल के रोड-शो में पहुंच रही भीड़ में महिलाओं व बच्चों की संख्या भी काफी अधिक रहती है। बच्चों के हाथों में भाजपा का झंडा देखकर मनोहर लाल उन्हें अपने पास भी बुलाते हैं। बच्चों के साथ लाड लड़ाने के उनके फोटो भी वायरल हो रहे हैं। गांवों में फूलों की बौछार से स्वागत हो रहा है। ग्रामीणों द्वारा उन्हें पगड़ी भी पहनाई जा रही हैं।