वाल्मीकि जयंती के दिन बनेगी हरियाणा में ‘नायब सरकार’
दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 12 अक्तूबर
हरियाणा की नयी सरकार अब महर्षि वाल्मीकि जयंती के दिन शपथ ग्रहण करेगी। यह तीसरी बार है कि इस महत्वपूर्ण समारोह की तारीख बदली गई है। पहले यह समारोह 15 अक्तूबर को होना था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे के कारण अब इसे 17 अक्तूबर को आयोजित किया जा रहा है। शपथ ग्रहण समारोह पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित परेड ग्राउंड में होगा, जिसे भव्य रूप से सजाने की तैयारियां जोरों पर हैं। परेड ग्राउंड और आसपास की सड़कों को ठीक किया जा रहा है और समारोह स्थल के आसपास स्वागत द्वार बनाए जाएंगे।
यह दूसरा अवसर है, जब भाजपा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह राजभवन से बाहर हो रहा है। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में शपथ ली थी। नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में बनने जा रही नयी सरकार में 10 से 12 मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी।
प्रमुख हस्तियां होंगी शामिल
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव सहित कई राज्यों के सीएम और वरिष्ठ नेता भी समारोह में शिरकत करेंगे।
शपथ ग्रहण के लिए महर्षि वाल्मीकि जयंती का दिन चुनकर भाजपा ने प्रदेश के दलित समुदाय को एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की है, क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में दलित वोट कांग्रेस की ओर चले गए थे। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस वोट बैंक में सेंधमारी की और अब इसे अपने साथ बनाए रखने की रणनीति बना रही है।
ब्यूरोक्रेसी में होंगे बड़े बदलाव
सरकार बनने के साथ ही राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में बड़े पैमाने पर बदलाव किए जाने की संभावना है। सबसे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में अधिकारियों के फेरबदल होंगे। अब तक मनोहर लाल की पसंद के अधिकारियों को सीएमओ में रखा गया था, लेकिन नायब सिंह सैनी अपनी पसंद के अधिकारियों को अहम पदों पर नियुक्त करेंगे।
इसके अलावा, प्रशासनिक सचिवों, विभाग प्रमुखों और जिलों के अधिकारियों के भी तबादले होंगे। पुलिस विभाग में भी व्यापक फेरबदल की संभावना है।
कई अधिकारी रहेंगे रडार पर : चुनाव प्रचार के दौरान नायब सिंह सैनी ने इशारा किया था कि कुछ अधिकारी कांग्रेस के साथ मिलकर काम कर रहे थे। अब ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने साफ कहा था कि उन्हें पहले कार्यकाल में काम करने का अधिक समय नहीं मिला, लेकिन अब वे इस पर ध्यान देंगे और अधिकारियों की जिम्मेदारियां कड़ी की जाएंगी।
50 हजार लोगों के पहुंचने की उम्मीद
शपथ ग्रहण समारोह में राज्य भर से लगभग 50 हजार लोगों के पहुंचने की संभावना है। प्रशासन ने इसके लिए विशेष तैयारियां शुरू कर दी हैं। परिवहन विभाग द्वारा रोडवेज डिपो के महाप्रबंधकों को पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं कि वे जिलों से आने वाले लोगों के लिए बसों की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
दिल्ली से आएंगे केंद्रीय पर्यवेक्षक : भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरियाणा में विधायक दल के नेता के चयन के लिए दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। ये पर्यवेक्षक नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में मौजूद रहेंगे, जहां विधायक दल का नेता चुना जाएगा। हालांकि, नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने पर कोई संशय नहीं है, क्योंकि उन्हें पहले ही पार्टी ने मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया हुआ है।
दलित नेताओं को मिलेगी प्रमुखता
इस बार की कैबिनेट में दलित नेताओं को अधिक महत्व दिया जा सकता है। कम से कम दो दलित चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है और विधानसभा में भी किसी बड़े पद पर दलित नेता की नियुक्ति की संभावना है। नायब सिंह सैनी दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनका पहला कार्यकाल बहुत छोटा था, जब 12 मार्च 2024 को मनोहर लाल की जगह उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया था।