मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

सोनीपत में डेंगू और मलेरिया ने दी दस्तक

07:05 AM May 31, 2024 IST
सोनीपत, 30 मई (हप्र)
जिले में डेंगू व मलेरिया की दस्तक शुरू हो गई है। कुंडली के शिवपुरी निवासी 17 वर्षीय किशोरी मलेरिया पीडि़त मिली। वहीं शहर के गढ़ी घसीटा के रहने वाले सेवानिवृत्त रेल कर्मी की पत्नी डेंगू पीडि़त मिली। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू, मलेरिया न फैले इसे रोकने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू व मलेरिया की रोकथाम के लिए हर माह 1 से 10 तारीख तक रैपिड फीवर सर्वे किया जाता है। इस दौरान लोगों को डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए जानकारी दी जा रही है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. मनजीत राठी ने बताया कि कुंडली के शिवपुरी कॉलोनी निवासी 17 वर्षीय किशोरी को कई दिन से बुखार आ रहा था। इसके बाद उन्हें अभिभावकों ने दिल्ली स्थित नरेला के सत्यवादी राजा हरीशचंद्र अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सक ने उनकी रक्त जांच के लिए नमूने लिये। जांच में किशोरी को मलेरिया होने की पुष्टि हो पाई है।
गढ़ी घसीटा के रहने वाले सेवानिवृत्त रेल कर्मी की पत्नी को कई दिन से तेज बुखार, शरीर दर्द हो रहा था। इसके बाद उपचार के लिए उन्हें दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सेवानिवृत्त रेल कर्मी की पत्नी के खून की जांच के लिए नमूने लिए गये। प्रयोगशाला से मिली जांच रिपोर्ट में उन्हें डेंगू होने की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर कूलर, पुराने बर्तन व छत पर रखे कबाड़ में लार्वा की जांच कर रही हैं। लार्वा मिलने पर मकान मालिकों को नोटिस भी थमाए जा रहे हैं। मलेरिया व डेंगू की रोकथाम के लिए फॉगिंग करने को कुल 189 मशीनें उपलब्ध हैं।

मच्छरों से बचाव के तरीके

सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। घर व आसपास पानी को एकत्र न होने दें। शरीर को पूरा ढकने वाले कपड़े पहनें। बुखार आने पर तुरंत जांच कराएं।

डेंगू के लक्षण

तेज बुखार आना, शरीर पर लाल चकते होना व आंखों में दर्द होना ।
''जिले में डेंगू व मलेरिया का एक-एक केस मिला है। दो दिन पहले ही स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट मिली है। टीमें लगातार लोगों को घर-घर पहुंचकर जागरूक कर रही हैं। जिले में लगातार निगरानी रखी जा रही हैं और संदिग्ध मरीजों के खून के नमूने लेकर प्रयोगशाला में भेजे जा रहे हैं। ''
-डॉ. मनजीत राठी, जिला मलेरिया अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग सोनीपत
Advertisement
Advertisement