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डिवीजन व सर्कल कार्यालयों पर किया प्रदर्शन, काम रहा ठप

12:31 PM Aug 09, 2022 IST

फरीदाबाद, 8 अगस्त (हप्र)

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संसद में पेश किए जाने वाले बिजली निजीकरण के (अमेंडमेंट) बिल के खिलाफ सोमवार को बिजली कर्मचारियों ने सब डिवीजन व सर्कल कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कर्मचारियों के बड़ी संख्या में शामिल होने से काम काज ठप हो गया। नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी आफ इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज एंड इंजीनियर के आह्वान पर सोमवार को आल हरियाणा पावर कॉरपोरेशनज वर्कर यूनियन के बैनर तले बिजली कर्मचारियों ने सभी सब डिवीजनों में इकट्ठा होकर बिजली अमेंडमेंट बिल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी करने करने के उपरांत बिजली कर्मचारियों ने सेक्टर 23 सर्कल आफिस के लिए मार्च किया। सर्कल ऑफिस पर एएचपीसी वर्कर यूनियन के सर्कल सचिव कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में सामूहिक धरने का आयोजन किया। केन्द्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर निजीकरण के बिजली संशोधन बिल को पास करवाने के खिलाफ प्रदर्शन किया।

धरने पर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा भी पहुंचे। प्रदर्शन में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान अशोक कुमार व सचिव बलबीर सिंह बालगुहेर के नेतृत्व में कई विभागों के पदाधिकारियों ने धरने पर पहुंच कर आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया।

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गोहाना (निस) : ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन और एच.एस.ई.बी. वर्कर यूनियन ने बिजली संशोधन बिल के विरोध में प्रदर्शन किया और अलग-अलग धरने दिए। बिजली कर्मचारियों ने इस बिल को निरस्त करने की मांग की। एच.एस.ई.बी. वर्कर यूनियन के कर्मचारियों ने बरोदा रोड स्थित बिजली निगम के सिटी सब डिवीजन कार्यालय में सुबह नौ से 11 बजे तक धरना दिया। सर्व कर्मचारी संघ के सचिव सुरेश यादव ने कहा कि 13 अगस्त को बिजली मंत्री रणजीत सिह के सिरसा में घेराव किया जाएगा।

सफीदों (निस) : संशोधन विधेयक और निजीकरण के विरोध में सोमवार को सफीदों के दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के कार्यालय परिसर में सरकार के विरोध में नारेबाजी की। कर्मचारियों का कहना था कि सरकार साजिशन सभी सरकारी संस्थानों को अपने चहेतों को बेचना चाहती है जिसके विरोध में कर्मचारी अपने आंदोलन को किसी भी हद तक लेकर जा सकते हैं।

पलवल में सोमवार को प्रदर्शन करते बिजली कर्मचारी। -हप्र

पलवल में नारेबाज़ी

पलवल (हप्र) : संसद में पेश किए जाने वाले बिजली निजीकरण के (अमेंडमेंट) बिल के खिलाफ सोमवार को बिजली कर्मचारियों ने डिवीजन कार्यालय पर आक्रोश प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का डिवीजन में व्याप्त असर दिखाई दिया और कर्मचारियों के बड़ी संख्या में प्रदर्शन में शामिल होने से काम काज ठप्प हो गया। नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज एंड इंजीनियर के आह्वान पर सोमवार को ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के बेनर तले बिजली कर्मचारियों ने सभी डिवीजनों में इकट्ठा होकर बिजली अमेंडमेंट बिल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। डिवीजन ऑफिस पर एएचपीसी वर्कर यूनियन के यूनिट प्रधान राजकुमार डागर की अध्यक्षता में सामूहिक धरने का आयोजन किया और संचालन यूनिट सचिव सरजीत सौरोत के द्वारा किया गया। प्रदर्शन में जिला प्रधान व सर्कल सचिव राजेश शर्मा,सर्व कर्मचारी संघ जिला सचिव योगेश शर्मा के नेतृत्व में कई विभागों के पदाधिकारियों ने धरने पर पहुंच कर आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया।

एक दिन काम बंद किया

भिवानी (हप्र) : बिजली बिल-2022 के विरोध में इलेक्ट्रिसिटी एंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर बिजली कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया तथा सरकार से आमजन विरोधी बिजली बिल-2022 को वापस लेने की मांग की। इसी कड़ी में ऑल हरियाणा पॉवर वर्कर्स यूनियन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ, इंजीनियरिंग एसोसिएशन व डिप्लोमा इंजीनियरिंग एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से सोमवार को पूरा दिन कार्य छोडकऱ सरकार के खिलाफ भिवानी सर्कल में विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन की अध्यक्षता सिटी यूनिट प्रधान अशोक गोयत एवं एम एंड बी एक्सईन विशाल शर्मा ने की। एएचपीसी वर्कर्स यूनियन के राज्य उपप्रधान व इंजीनियरिंग एसोसिएशन के एससी रणबीर सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि सरकार बिजली विभाग को निजी हाथों में सौंपने के लिए आतुर है। अखिल भाकिस तथा सीटू ने शहीद भगत सिंह स्मारक में सेमीनार किया। जिसकी अध्यक्षता किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष मास्टर शेरसिंह तथा सीटू की जिला उपाध्यक्ष उपासना सिंह ने की। किसान सभा के जिला कार्यकारी सचिव ओम प्रकाश ने आरोप लगाया कि सरकार तमाम संसाधनों को कारपोरेट के हवाले करना चाहती है।

विधेयक की प्रतियां जलायी

नारनौल (हप्र): किसान संगठन एआईकेकेएमएस के तत्वावधान में जिला सचिव कामरेड बलबीर सिंह के नेतृत्व में विद्युत विधेयक-2022 को निरस्त करने की मांग को लेकर पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के सामने प्रतिगामी विधुत विधेयक-2022 की प्रतियां जलाई गई। किसान नेता कामरेड बलबीर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार सभी मानदंडों और उपयोगों का उल्लंघन करते हुए एकतरफा विधेयक संसद में पेश किया गया है। छाजूराम रावत ने कहा कि आजादी के बाद भारत में चुनी हुई सरकारों ने घोषणा की थी कि न्यूनतम सम्भव कीमत पर बिजली दी जाएगी। इस अवसर पर कामरेड शेर सिंह, छाजूराम रावत, सतीश कुमार, कृष्ण कुमार, जगदीश मिर्जापुर पूर्व सरपंच, थावर सिंह, राजेन्द्र प्रसाद, खुशान्त, सुभाष मुलोदी, सज्जन सिंह व अखिल भारतीय सामाजिक जागृति आन्दोलन के संस्थापक हरबंस लाल चौधरी सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

बिजली अडानी, अंबानी को सौंपने की तैयारी

हिसार (हप्र) : बिजली बिल संशोधन 2022 के खिलाफ बिजली कर्मचारी यूनियन ने सोमवार को कई स्थानों पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर्ज यूनियन की यूनिट नं. 1 हिसार, हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित एचएसईबी वर्कर्स यूनियन की थर्मल प्लांट खेदड़ यूनिट ने भाग लिया।प्रदर्शनकारी कर्मचारी को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार बिजली क्षेत्र को अडानी व अंबानी के हाथों में सौंपने की तैयारी में है। यह विधेयक आम जनता और खास कर किसानों के हितों पर सीधा कुठाराघात होगा। इससे किसानों को बिजली पर मिलने वाली सब्सिडी समाप्त हो जाएगी। वहीं जनता को महंगी दर पर बिजली पर बिजली मिलेगी।

किसानों ने भी किया विधेयक का विरोध

रोहतक (हप्र): बिजली संशोधन विधेयक 2022 के खिलाफ किसान सभा, सीटू व खेत मजदूर यूनियन ने संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर सोमवार को शीला बाईपास पर प्रदर्शन किया व विधेयक की प्रतियां जलाकर इसे वापस लेने की मांग की। किसान सभा के जिला सचिव बलवान सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने विद्युत (संशोधन) विधेयक 2022 संसद में पेश किया है, जिसे स्टैंडिंग कमेटी को भेज गया है। सरकार का यह कदम किसान आंदोलन के साथ धोखा है व देश की जनता पर भारी बोझ डालने वाला है। इससे देश में बिजली का निजीकरण बढ़ेगा, किसानों व जनता को मिलने वाली बिजली महंगी होगी। इस अवसर पर किसान सभा राज्य सचिव सुमित सिंह, जिला प्रधान प्रीत सिंह सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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