इंटरनेशनल असेसमेंट में भेदभाव रोकने की मांग, सौंपा ज्ञाापन
जींद, 21 मई (हप्र)
किसान छात्र एकता संगठन ने जींद की सीआरएसयू के डीन ऑफ एकेडमिक विशाल वर्मा से मुलाकात की और आंतरिक मूल्यांकन (इंटरनल असेसमेंट) के अंकों में हो रहे भेदभाव पर कड़ा विरोध दर्ज कराया। संगठन ने डीन को कुलपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता लागू करने की मांगों का विवरण दिया गया।
संगठन ने प्रमुख रूप से मांग की कि सभी छात्रों के अंक नोटिस बोर्ड पर सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किए जाएं, ताकि यदि किसी छात्र को अपने अंकों पर आपत्ति हो, तो वह अपना पक्ष रख सके। साथ ही अंकों से जुड़ी जानकारी देने की तय तारीख को बढ़ाने का भी आग्रह किया गया, ताकि सभी छात्रों को उचित समय मिल सके।
उपप्रधान अभिषेक जुलाना ने कहा कि कई विभागों में इंटरनल मार्क्स को लेकर छात्रों को धमकाया जा रहा है। जब छात्र अपने अंक पूछते हैं, या पुनर्मूल्यांकन की बात करते हैं, तो उन्हें डराने-धमकाने की कोशिश की जाती है। इसके अतिरिक्त संगठन ने रजिस्ट्रार प्रोफेसर लवलीन मोहन से भी मुलाकात कर छात्रों के साथ हो रही असमानताओं और अन्य समस्याओं पर चर्चा की। प्रदेश अध्यक्ष सुमित लाठर ने कहा कि यह केवल आंतरिक मूल्यांकन का मुद्दा नहीं है, बल्कि छात्रों के आत्म-सम्मान, मेहनत और अधिकार की लड़ाई है।