किसानों की मांगों और एसपी पर यौन शोषण के आरोपों की जांच की मांग
जींद, 28 अक्तूबर (हप्र)
अखिल भारतीय किसान सभा ने सोमवार को जींद में जिला स्तरीय प्रदर्शन कर उपायुक्त को किसानों की मांगों और एसपी पर लगे महिला पुलिस कर्मियों के यौन शोषण के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। किसान सभा के राज्य अध्यक्ष मास्टर बलबीर सिंह ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने तीसरी बार सत्ता पर आते ही किसानों पर हमला बोला है। प्रदूषण फैलाने के नाम पर हरियाणा में किसानों के खिलाफ लगातार मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, और उनकी दो सीजन की फसल खरीदने पर पाबंदी लगाने का फरमान जारी किया गया है। सरकार अपने असली रंग में आ चुकी है। उसका चरित्र पूरी तरह से किसान और मजदूर विरोधी है। संयुक्त किसान मोर्चा सरकार के इस रवैये की कड़े शब्दों में निंदा करता है। प्रदूषण के लिए किसानों को आरोपी बनाया जा रहा है, जबकि किसानों द्वारा सीजन के समय फसल कटाई के बाद अवशेषों को जलाने से महज 1 प्रतिशत प्रदूषण फैलता है। 99 प्रतिशत प्रदूषण उद्योगों से निकले धुएं और यातायात के साधनों से फैलता है। इसके लिए सरकार की व्यवस्था जिम्मेदार है, न की किसान।
सरकार का पिछला इतिहास यह बताता है कि ऐतिहासिक किसान आंदोलन के समय इसी भाजपा सरकार ने किसानों के आंदोलन को कुचलने के लिए उन पर झूठे मुकदमे बनाए। प्रदर्शन करने से रोकने के लिए सीमाओं पर कंटीली तार और कीलें गाड़ दी गईं। किसानों को आतंकवादी का दर्जा दिया गया। धर्म और जाति के नाम पर हरियाणा की जनता से वोट ठग कर सत्ता पर कब्जा करने वाली जन विरोधी सरकार जनता के असली मुद्दों महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, बिगड़ती कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए समाज में नफरत फैला रही है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों के खिलाफ बनाए गए मुकदमों को रद्द किया जाए और फसल खरीद पर लगाई गई पाबंदी बिना शर्त हटाई जाए। इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक में फैसला लिया कि ऐतिहासिक किसान आंदोलन के चार वर्ष पूरे होने पर 26 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली मोदी सरकार द्वारा की गई वादाखिलाफी के खिलाफ और फसल एमएसपी पर फसल की खरीद की गारंटी का कानून बनवाने के लिए देशव्यापी विरोध दिवस आयोजित किया जाएगा। एसपी पर लगे यौन शोषण के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांग
प्रदर्शन में कमलेश, अनिता, छोटी, रामप्यारी, रामधारी,बलदेव सिंह, फतेह सिंह, दलबीर सिंह, सुरजन, बलजिंद्र, सतबीर, जसवंत, बलजीत, गंगा सिंह, हवा सिंह, महेंद्र सिंह धर्मगढ़, मांगे राम, इंद्र सिंह, अलबेल आदि के अलावा अनेक गणमान्य लोग शामिल हुए।
यौन शोषण का मामला बेहद गंभीर...
संयुक्त किसान मोर्चा ने डीसी को सौंपे ज्ञापन में एसपी पर लगे महिला पुलिस कर्मियों का यौन शोषण करने के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की। किसान सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष फूल सिंह श्योकंद ने कहा कि महिला पुलिस कर्मियों का एसपी द्वारा यौन शोषण करने के आरोप बेहद गंभीर मामला है। इसकी अब तक की जांच मामले में सच सामने लाने और पीड़ित महिला पुलिस कर्मियों को इंसाफ दिलवाने की बजाय मामले पर पर्दा डालने के प्रयास से ज्यादा कुछ नहीं है। जब तक एसपी को उनके पद से नहीं हटाया जाता, तब तक निष्पक्ष जांच संभव ही नहीं है।