छोटे उद्योगों के लिए अग्नि सुरक्षा नियमों में बदलाव की मांग
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 6 जून (हप्र)
शुक्रवार को लघु उद्योग भारती चंडीगढ़ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ की मेयर हरप्रीत कौर बबला से मुलाकात की और औद्योगिक क्षेत्र फेज-1 व फेज-2 में छोटे उद्यमियों को आ रही फायर एनओसी संबंधी समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष अवी भसीन ने बताया कि कई पुराने और छोटे औद्योगिक प्लॉट, विशेषकर मारला प्लॉट्स पर बने यूनिट्स, वर्तमान अग्नि सुरक्षा मानकों को पूरा करने में असमर्थ हैं। पाइपलाइन जैसी सुविधाओं को लगवाने में लगभग 4 से 5 लाख का खर्च आता है, जो छोटे दुकानदारों और उद्योगों के लिए वहन करना मुश्किल है। इसके ऊपर हर साल नवीनीकरण शुल्क भी देना होता है।
मेयर से किया आग्रह
प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया कि ऐसी यूनिट्स के लिए फायर बॉल्स और पोर्टेबल अग्निशामक यंत्र जैसे वैकल्पिक उपायों को स्वीकृति दी जाए, जो कि उनकी कार्यक्षमता और साइज के अनुसार पर्याप्त होते हैं।
इस दौरान अवि भसीन ने बताया कि चंडीगढ़ में अग्निशमन दल की प्रतिक्रिया समय औसतन 5 से 10 मिनट है और इस दौरान फायर बाइक व ऑन-साइट यंत्र से अधिकांश आग की घटनाओं को नियंत्रण में ले लिया जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे फायर फाइटर बहुत कुशल और सक्षम हैं, अत: सभी यूनिट्स पर महंगी फायर पाइपलाइन सिस्टम की अनिवार्यता अनुचित है। प्रतिनिधिमंडल में अवी भसीन के अलावा मनीष निगम , प्रमोद शर्मा समेत कई अन्य लोग भी उपस्थित थे।