मेडिकल कालेज निर्माण में देरी, पंजाब से जवाब तलब
कपूरथला, 7 सितंबर (निस)
गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कपूरथला में मेडिकल कालेज स्थापित करने की घोषणा गई की थी लेकिन पंजाब सरकार ने 2 साल तक इस कालेज का नींव पत्थर भी नहीं रखा। केंद्र सरकार पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान 33 करोड़ रुपये जिला प्रशासन को भेज चुका है। सर्कुलर रोड पर सिविल अस्पताल की 11.7 एकड़ जमीन मेडिकल कालेज के लिए तय भी हो चुकी है लेकिन पंजाब सरकार की लापरवाही के कारण हो रही देरी की वजह से अब यह मुद्दा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के पास पहुंच गया है। भाजपा प्रदेश कार्यकारणी के सदस्य एवं इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कपूरथला के पूर्व चेयरमैन उमेश शारदा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि आप की तरफ से 10 अगस्त 2021 को स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजे गए पत्र में मेडिकल कालेज को लेकर जिन गंभीर मुद्दों को उठाया गया है, उन्हें राज्य सरकार के समक्ष उठाने के बाद होने वाले प्रगति के बारे में वह जल्द ही अवगत करवाएंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कोरोना काल के दौरान मेडिकल कालेज के निर्माण में होने वाले देरी को लेकर राज्य सरकार से जवाब तलब किया जा रहा है। उमेश शारदा ने अपने पत्र में लिखा था कि मेडिकल कालेज के प्रोजेक्ट को लेकर पंजाब सरकार उदासीन बनी हुई है। 325 करोड़ से बनने वाले मेडिकल कालेज के लिए केंद्र की ओर से 60 प्रतिशत और राज्य सरकार की तरफ से 40 प्रतिशत राशि खर्च की जानी है। केंद्र सरकार पहली किश्त के तौर पर 33 करोड़ रुपये भेज चुकी है लेकिन पंजाब सरकार अभी कालेज का नींव पत्थर भी नहीं रख सकी। इस मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की डिग्री व डिप्लोमा के अलावा 500 बेड का अस्पताल भी होगा।
‘जगह शिफ्ट करने की कोशिश’
Advertisement
सूत्रों का दावा है कि मेडिकल कालेज के लिए निर्धारित इस जमीन की बजाए उसे शहर के बाहर किसी अन्य जगह पर शिफ्ट करने की कोशिश की जा रही है। आस पास की जमीन का रेट बढ़ने पर चहेतों की जमीनों को आर्थिक लाभ पहुंचाया जा सके।