दीपेंद्र हुड्डा ने उकलाना में निकाली पदयात्रा
उकलाना मंडी, 13 अगस्त (निस)
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज उकलाना विधानसभा क्षेत्र में हरियाणा मांगे हिसाब अभियान के तहत पदयात्रा कर भाजपा के 10 साल के कुशासन के खिलाफ सवाल पूछे। पदयात्रा अग्रवाल सेवा सदन से बस स्टैंड, गोल मंडी, पुरानी मंडी होते हुए गीता भवन मंदिर के सामने तक हुई। जोरदार बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में लोग दीपेंद्र हुड्डा के साथ चलते रहे और ‘भाजपा सरकार हिसाब दो, जवाब दो’ के नारे गूंजते रहे। दीपेंद्र ने कहा कि भाजपा सरकार ने 119 महीनों में कुछ नहीं किया, आखिरी एक महीने में क्या कर लेगी। 119 महीने में कोई काम किये होते तो आखिरी महीने में खोखली घोषणाएं नहीं करनी पड़ती। भाजपा की घोषणाएं इस बात का सबूत हैं कि 10 साल तक उसने जन-विरोधी काम किये। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार कांग्रेस के 15 सवालों का इसलिये जवाब नहीं दे रही, क्योंकि उसके पास जवाब है ही नहीं। चुनाव के पहले जनता के गुस्से को देखकर ही उसने मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक का चेहरा बदल दिया। लेकिन अपना अहंकार नहीं बदला। इस अवसर पर दीपेंद्र हुड्डा के साथ सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश ‘जेपी’ मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने भाजपा के 400 पार के नारे की हवा निकाल दी। जिस प्रकार हरियाणा में अल्पमत की सरकार है अब केंद्र में भी अल्पमत की सरकार चल रही है। उन्होंने लोकसभा चुनावों को लेकर उकलाना के पूर्व विधायक नरेश सेलवाल की प्रंशसा की। इस मौके पर सांसद जयप्रकाश, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल, पूर्व विधायक रामभगत शर्मा, पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला, बजरंग दास गर्ग, धर्मबीर गोयत, विजेंद्र पंघाल आदि मौजूद थे।
‘विपक्ष से हिसाब माग रहे सीएम’
फतेहाबाद (हप्र): फतेहाबाद पहुंचे सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर तीखे हमले किए। दीपेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री घोषणाएं भी हमारी कर रहे हैं, काम भी हमारे गिनवा रहे हैं और हिसाब भी हम ही से मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह इतिहास की पहली सरकार है जो हिसाब देने की बजाय, विपक्ष से हिसाब मांग रही है। दीपेंद्र हुड्डा मंगलवार सायं को फतेहाबाद में हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा के दौरान जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने फतेहाबाद शहर के बाजारों में पैदल रोड शो भी निकाला। उनके साथ पूर्व विधायक प्रहलाद सिंह गिलाखेड़ा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ वीरेंद्र सिवाच, आनंदवीर गिल्लांखेड़ा, डॉ. सुशील इंदौरा, कुलबीर बेनीवाल, निशान सिंह, रणधीर सिंह आदि शामिल रहे।