दीपक कौशिक ने अपनी पेंटिंग से जिंदा की जींद की सांस्कृतिक विरासत
जींद (जुलाना), 19 अप्रैैल (हप्र)
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू) में आयोजित राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला में देशभर से आए कलाकारों ने भाग लिया।
जींद के चित्रकार दीपक कौशिक ने जींद की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को अपनी कला के माध्यम से जीवंत किया। कार्यशाला में रानी तालाब और जयंती देवी मंदिर जैसे ऐतिहासिक स्थलों पर आधारित कलाकृतियां तैयार की गई।
चित्रकार दीपक कौशिक ने वॉटर कलर तकनीक से तैयार जयंती देवी मंदिर की एक भव्य कलाकृति विश्वविद्यालय की कुलसचिव लवलीन मोहन को भेंट की। इस कलाकृति में न केवल धार्मिक स्थल का चित्रण है, बल्कि जींद के लोगों की आस्था और सांस्कृतिक चेतना को भी रंगों के माध्यम से दर्शाया गया है। कुलसचिव लवलीन मोहन ने कहा कि ललित कलाएं किसी भी राष्ट्र की सांस्कृतिक आत्मा होती हैं और इस प्रकार की कार्यशालाएं हमारे सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूती प्रदान करती है। चित्रकार दीपक कौशिक ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि कला केवल सौंदर्य नहीं, समाज को दिशा देने वाली शक्ति है और ऐसे स्थलों को चित्रों के माध्यम से जीवित रखना कलाकारों की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर बताया गया कि कार्यशाला में तैयार प्रमुख कलाकृतियां विवि में प्रदर्शित होंगी।