बड़ा संकट पैदा कर सकता है ‘डीप फेक’ : मोदी
नयी दिल्ली, 17 नवंबर (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई) का इस्तेमाल ‘डीप फेक’ बनाने के लिए किया जाना चिंताजनक है। उन्होंने मीडिया से इस संबंध में जागरूकता फैलाने का आग्रह किया। यहां पार्टी मुख्यालय में भाजपा के दिवाली मिलन कार्यक्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने गरबा महोत्सव में गाते हुए अपना एक वीडियो देखा, जबकि उन्होंने स्कूल के दिनों से ऐसा नहीं किया है। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, यहां तक कि जो लोग उन्हें प्यार करते हैं, वे भी वीडियो को एक दूसरे से साझा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारे जैसे विविधतापूर्ण समाज में ‘डीप फेक’ एक बड़ा संकट पैदा कर सकते हैं और यहां तक कि समाज में असंतोष की आग भी भड़का सकते हैं, क्योंकि लोग मीडिया से जुड़ी किसी भी चीज पर उसी तरह भरोसा करते हैं, जैसे आमतौर पर गेरुआ वस्त्र पहने व्यक्ति को सम्मान देते हैं।’
‘डीप फेक’ वीडियो, छवियों, ऑडियो में हेरफेर करने की एक विधि है। मोदी ने सुझाव दिया कि जिस तरह सिगरेट जैसे उत्पाद स्वास्थ्य संबंधी चेतावनियों के साथ आते हैं, उसी तरह ‘डीप फेक’ के मामलों में भी होना चाहिए।
वर्ष 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनाने के अपने संकल्प का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये केवल शब्द नहीं हैं, बल्कि जमीनी हकीकत है। उन्होंने कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को लोगों का समर्थन मिला है। गत एक सप्ताह में लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है, जिसमें दिवाली और छठ से संबंधित खरीदारी शामिल है। मोदी ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान भारत की उपलब्धियों ने लोगों में विश्वास पैदा किया कि देश अब रुकने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि यह युग भारत को एक भव्य देश बनाने की ओर ले जा रहा है।