पौने 9 एकड़ भूमि गुरुद्वारा साहिब के नाम करना सराहनीय कदम : प्रधान जत्थेदार
कुरुक्षेत्र, 29 जून (हप्र)
हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध ने कहा कि जिला सिरसा में पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव के चरण छौह प्राप्त ऐतिहासिक गुरुद्वारा चिल्ला साहिब की भूमि गुरुद्वारा साहिब के नाम कर सरकार ने बहुत ही सराहनीय कदम उठाया है। कैबिनेट की बैठक में सीएम नायब सिंह सैनी ने यह कार्य करके गुरु साहिबान के प्रति अपनी श्रद्धा का नमूना पेश किया है।
उन्होंने सिखों के प्रति अपनी साफ नीयत का प्रमाण देते हुए 70 कनाल 9 मरले भूमि गुरुद्वारा साहिब के नाम की है। उन्होंने बताया कि श्री गुरु नानक देव महाराज ने इस अस्थान पर संगत को श्री अकाल पुरख साहिब से जोड़ा और सन्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया था। जत्थेदार असंध ने कहा कि इससे पहले भी भाजपा सरकार सिखों के लिए अनेक कार्य कर चुकी है। सन 1984 में हुए सिख नरसंहार के दोषियों को कांग्रेस ने हमेशा पनाह दी, लेकिन भाजपा सरकार ने इस जघन्य अपराध के दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करते हुए उन्हें सजा दिलाई। भाजपा ने एसआईटी गठित करके सिख विरोधी दंगों में शामिल लोगों पर कार्रवाई कर उन्हें आजीवन कारावास की सजा दिलाई। भाजपा ने गुरुद्वारा साहिबान के लंगर एवं अन्य वस्तुओं पर लगने वाला जीएसटी माफ किया, जबकि करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण भी करवा कर भारतीय जनता पार्टी ने सिखों को अनमोल उपहार भी दिया।
हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के स्पोक्समैन कवलजीत सिंह अजराना ने कहा कि जिस अस्थान पर उपरोक्त गुरुद्वारा साहिब का निर्माण हुआ है, वह भूमि गुरुद्वारा साहिब के नाम नहीं थी। अब हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने गुरु साहिबान एवं सिख धर्म में आस्था रखते हुए करीब पौने 9 एकड़ (70 कनाल 9 मरले) भूमि गुरुद्वारा साहिब के नाम करने का प्रस्ताव पास किया है, जो कि बहुत ही सराहनीय है। भाजपा ने पहल करते हुए अमेरिका से 150 से अधिक कलाकृत्तियां भारत लाई, जिनमें श्री गुरु हरगोबिंद साहिब की छोटी श्री साहिब भी शामिल है।