नगर परिषद बद्दी की प्रधानी पर फैसला कल
बीबीएन, 18 जुलाई (निस)
मिनी भारत के नाम से मशहूर हिमाचल की सबसे अमीर नगर परिषदों में शुमार नगर परिषद बद्दी की प्रधानी के ताज का फैसला 20 जुलाई को होगा। एसडीएम ने अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। भाजपा समर्थित नगर परिषद अध्यक्ष जस्सी चौधरी ने गत दिनों पारिवारिक कारणों से इस्तीफा दे दिया था जिसे सरकार ने मंजूर कर 13 जुलाई से प्रधान पद खाली होने की अधिसूचना जारी कर दी। 2021 के स्थानीय निकाय के चुनावों में भाजपा के चार पार्षद जीते थे और कांग्रेस ने भी चार पर बाजी मारी थी। एक पार्षद आजाद जीता था जिसमें जस्सी चौधरी शामिल थे। बाद में उर्मिला भाजपा में शामिल हो गई थी और उसे अध्यक्ष बनाया गया। फिर भाजपा के पार्षद तरसेम लाल उर्मिला के विरुद्व बागी हो गये और समर्थन वापस ले लिया लेकिन तब भाजपा ने मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए आजाद जस्सी को अपने साथ मिलाकर उसे अध्यक्ष बना दिया था। अब दोनों खेमों के 4-4 पार्षद हैं। जस्सी ने अध्यक्ष पद छोड़ा था लेकिन कांग्रेस ज्वाइन नहीं की। सूत्र यह भी बताते हैं कि जस्सी सदन से अनुपस्थित रह सकते हैं। उस सूरत में विधायक के वोट से यह पद कांग्रेस के खाते में चला जाएगा। कांग्रेस खेमे से विधायक रामकुमार के चचेरे भाई सुरजीत सिंह, भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आये पार्षद तरसेम चंद व वार्ड-5 के मोहन लाल चौधरी अध्यक्ष पद के दावेदार बताए जाते हैं। सुरजीत सिंह लुबाणा समुदाय से आते हैं तो तरसेम चंद व मोहन लाल गुर्जर समुदाय से हैं। अध्यक्ष कौन बनेगा उसका फैसला निश्चित तौर पर सीपीएस व विधायक रामकुमार ही करेंगे। वहीं, संख्या बल में भाजपा पिछड़ती दिख रही है।