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छात्राओं के यौन उत्पीड़न पर सदन में बहस

10:33 AM Dec 20, 2023 IST

चंडीगढ़, 19 दिसंबर (ट्रिन्यू)
स्कूल शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, उचाना मंडी (जींद) के प्राचार्य द्वारा किए गए यौन उत्पीड़न का मामला सरकार के संज्ञान में है। सरकार द्वारा इस मामले में ठोस कदम उठाए हैं। मामला संज्ञान में आते ही दोषी प्राचार्य को 27 अक्तूबर को निलंबित कर दिया गया। जैसे ही प्रथम दृष्टया यौन उत्पीड़न के आरोप प्रमाणित हुए तो 11 दिसंबर को उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया। वे मंगलवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे। इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला, कांग्रेस विधायक किरण चौधरी, बीबी बतरा, गीता भुक्कल, नीरज शर्मा, बलराज कुंडू सहित कई विधायकों ने इस मामले में सरकार से सवाल पूछे। अभय चौटाला ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में ऐसे मामले चलाने का सुझाव दिया।
इस पर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में छह फास्ट ट्रैक कोर्ट चलाए जा रहे हैं। पोस्को के भी 18 कोर्ट प्रदेश में हैं। किरण चौधरी ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में भी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध राज्य में अपराध बढ़ रहा है।
किरण ने कहा कि सरकार को बेटियों के यौन उत्पीड़न के मामलों में कड़े कदम उठाने चाहिएं। विपक्ष के विधायकों के आरोपों एवं सुझावों के बीच शिक्षा मंत्री ने कहा कि उचाना स्कूल के स्टाफ के 17 लोगों का ट्रांसफर भी सरकार ने किया है।
‘रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम’ के तहत 2021-22 में कक्षा 6वीं से 12वीं की लगभग 1,25,000 छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया गया है।

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