Death Celebration: दादी-नानी की मृत्यु पर 78 पोते-पोतियों व परपोतों ने मनाया जश्न, जानें वजह
चंडीगढ़, 21 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Death Celebration: दुख और शोक के बजाय, तमिलनाडु के मदुरै जिले में एक परिवार ने अपनी 96 वर्षीय दादी की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए उनके अंतिम संस्कार को उत्सव में बदल दिया। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उसिलामपट्टी के मंदिर पुजारी परमथदेवर की विधवा, नागम्मल ने हाल ही में उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अंतिम सांस ली। उन्होंने अपने जीवन के अंतिम क्षणों में परिवार से आग्रह किया था कि उनकी विदाई एक खुशी भरा आयोजन हो। नागम्मल अपने पीछे तीन पीढ़ियों के पोते-पोतियों और परपोतों को छोड़ गईं हैं। जिनमें दो बेटे, चार बेटियां और 78 पोते-पोतियां, परपोते शामिल हैं।
नागम्मल ने अपनी मृत्यु से पहले कहा था कि वह चाहती हैं कि उनका अंतिम संस्कार शोकाकुल नहीं बल्कि गीतों और नृत्यों से भरा हो। उनके परिवार ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए एक रंगीन और जीवंत समारोह का आयोजन किया।
समारोह में पारंपरिक तमिल लोक कला, संगीत और नृत्य का प्रदर्शन किया गया। महिलाओं ने पारंपरिक कुम्मी नृत्य प्रस्तुत किया, और परिवार के सबसे छोटे सदस्यों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। यह आयोजन गांव के वार्षिक मेले जैसा प्रतीत हो रहा था, जहां न केवल परिवार, बल्कि पूरे समुदाय ने इस अनोखे समारोह में भाग लिया।
समुदाय ने की सराहना
नागम्मल के परिवार ने एक दुखद और भावनात्मक अवसर को एक प्रेरणादायक जश्न में बदल दिया। गांव के लोगों और रिश्तेदारों ने उनकी इस पहल की सराहना की। पारंपरिक दुख के गीतों और रिवाजों को भी निभाते हुए, नागम्मल को खुशी और उत्सव के साथ विदा किया गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह अनोखा आयोजन
इस अनोखे अंतिम संस्कार की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए। लोगों ने नागम्मल के परिवार की इस सोच को सराहा और इसे प्राकृतिक मौत के प्रति सम्मान का एक उदाहरण बताया।