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नशे का जानलेवा जुनून, 14 की जून में गई जान

08:45 AM Jun 16, 2024 IST

जुपिंदरजीत सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 15 जून
पंजाब में बढ़ते नशे का जाल अब जानलेवा हो गया है। प्रदेश में कथित तौर पर नशीली दवाओं की ओवरडोज के कारण होने वाली मौतों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। इस महीने में राज्य के विभिन्न हिस्सों में इससे 14 लोगों की मौत हुई है। नशे की चपेट में आए युवाओं के परिजनों के बयान और स्थानीय पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, गुरदासपुर में 3, अबोहर, मोगा, फिरोजपुर और अमृतसर में 2-2 और मुक्तसर, फरीदकोट तथा लुधियाना में एक-एक व्यक्ति ने नशे की ओवरडोज से जान गंवाई।
इनमें से नौ मौतें तो पिछले सात दिन में हुई हैं। यह घटना जून 2018 के ड्रग ओवरडोज विवाद की याद दिलाती है, जब 23 युवकों की मौत हो गई थी।
पुलिस ने ताजा मौतों में से लगभग आधे मामलों में कथित ड्रग सप्लायरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। विसरा जांच की पुष्टि के बाद सरकार ने इन मौतों को ड्रग ओवरडोज के कारण हुई मौतों के रूप में दर्ज किया है। ऐसा माना जा रहा है कि या तो पीड़ितों ने अधिक मात्रा में हेरोइन ली थी या फिर मिलावटी नशा किया था।
गुरदासपुर के दीदा सांसियां ​​गांव में शनिवार को तीन लोगों की नशे की ओवरडोज से मौत हुई। तीनों अधेड़ उम्र के थे। इनमें प्रिंस मनहोत्रा ​​(36) तारागढ़ थाने के सिहोरा गांव का रहने वाला था। उसके शव पर सिरिंज के निशान मिले हैं। दीनानगर एसएचओ करिश्मा ने बताया कि आईपीसी की धारा 304 और एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि इनमें से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। अबोहर में शुक्रवार को दो लोग मृत पाए गए थे। इनमें से एक का शव नयी आबादी में और दूसरे का रेलवे स्टेशन के पार ठाकुर आबादी में मिला था। माना जा रहा है कि दोनों की मौत नशे की वजह से हुई। शवों को सिविल अस्पताल में भेज दिया गया है। एक एनजीओ ‘नर सेवा नारायण सेवा समिति’ के कार्यकर्ताओं ने इनके शवों को देखा। एनजीओ प्रमुख राजू चराया ने कहा कि पुलिस को निगरानी बढ़ानी चाहिए। मलोट सदर पुलिस ने बृहस्पतिवार को शेरगढ़ गांव के श्मशान घाट पर रहस्यमय परिस्थितियों में मृत मिले 23 वर्षीय युवक के मामले में दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मृतक जगमीत सिंह के चाचा सेवक सिंह ने आरोप लगाया कि उनके भतीजे की मौत नशीली दवाओं की ओवरडोज के कारण हुई है।
इस बीच, उसी गांव के बूटा राम और दलीप राम पर आईपीसी की धारा 304 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, इन्हें अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
पिछले रविवार 9 जून को गुरुहरसहाय के गांव कोहर सिंह वाला के निवासी गुरविंदर सिंह (42) का शव गांव के कब्रिस्तान में पड़ा मिला था। उसके शव के पास एक सिरिंज भी मिली थी। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान था।
इससे एक दिन पहले 8 जून को जालंधर के संदीप सिंह की रहस्यमयी हालात में मौत हो गई थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि संदीप जीरा के एक निजी नशा मुक्ति केंद्र में इलाज करा रहा था। उसकी मौत संदिग्ध रूप से नशे के सेवन के कारण हुई थी।
फरीदकोट की नानकसर बस्ती में शनिवार को नशे से एक व्यक्ति की जान गई। उसकी पहचान 24 वर्षीय गब्बर सिंह के रूप में हुई है। मोगा में 4 से 6 जून के बीच दो मौतें हुई। भलूर गांव के 40 वर्षीय कुलदीप सिंह और नशे की लत से जूझ रहे 24 वर्षीय युवक मनी सिंह की मौत हो गई।
लुधियाना के पायल निवासी आजम मोहम्मद की 3 जून को खन्ना में मौत हो गई। पुलिस ने दो कथित ड्रग सप्लायरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अमृतसर में शनिवार को सुल्तानविंड गांव में दो युवक कथित तौर पर ड्रग ओवरडोज के कारण मृत पाए गए। 14 जून को अटारी में एक अज्ञात युवक की मौत नशे के कारण हो गई थी।

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