डीसीआरयूएसटी के शोधार्थियों ने दिया धरना
सोनीपत, 10 जुलाई (हप्र)
दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी), मुरथल में गैर शिक्षक कर्मचारियों के साथ ही शोधार्थियों में भी विवि प्रशासन के खिलाफ रोष है। चीफ वार्डन के तुगलकी फरमान के बाद शोधार्थी भी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने कहा है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
उनका कहना था कि लड़कों के छात्रावास के चीफ वार्डन ने जारी फरमान में शोधकर्ताओं को तुरंत छात्रवास खाली करने को कहा है। साथ ही कहा है कि जो भी शोधार्थी शोध के 4 साल पूरे कर चुके हैं, उन्हें दोबारा कमरा आवंटित नहीं किया जाएगा। जबकि किसी भी विवि में इस प्रकार का नियम नहीं है। विवि के पीएचडी आर्डिनेंस के अनुसार 6 साल तक कोई भी शोधार्थी नियमित शोध कर सकता है। शोधार्थियों ने आरोप लगाया कि चीफ वार्डन की नियुक्ति भी सभी नियमों की धज्जियां उड़ाकर भाई भतीजावाद के चलते की गई है। जान बूझकर ऐसे नियम बनाए जा रहे हैं, जिनसे विद्यार्थियों को प्रताडि़त किया जा सके।