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डीसी ने किया बाल उपवन आश्रम बाल संरक्षण केंद्र का निरीक्षण

10:04 AM Jul 17, 2024 IST
डीसी ने किया बाल उपवन आश्रम बाल संरक्षण केंद्र का निरीक्षण
कैथल बाल उपवन आश्रम का निरीक्षण करते डीसी प्रशांत पंवार, रविभूषण गर्ग व अन्य। -हप्र
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कैथल, 16 जुलाई (हप्र)
डीसी प्रशांत पंवार कमेटी चौक स्थित बाल उपवन आश्रम बाल संरक्षण केंद्र व बाल उपवन आश्रम विशेष दत्तक एजेंसी केंद्र का दौरा किया। उन्होंने मौके पर मौजूद बच्चों से बातचीत करके आश्रम में दी जारी सुविधाओं के बारे में फीडबैक ली। इसके अलावा उन्होंने आश्रम की सिक्योरिटी, भोजन, कंप्यूटर शिक्षा, काउंसलिंग आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
डीसी प्रशांत पंवार ने कहा कि बच्चों की समय-समय पर काउंसलिंग की जाए और बच्चों को दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। नियमित रूप से दिए जाने वाले भोजन के अलावा पौष्टिक आहार से भरपूर खाना भी दिया जाए।
स्वास्थ्य सेवाओं के दृष्टिगत समय-समय पर बच्चों का रुटीन चैकअप किया जाए। यह बच्चे भविष्य में अपने पैरों पर खड़े हों, इस दिशा में इनकी शिक्षा पर विशेष फोकस किया जाए और साथ ही इनके अंदर स्किल को भी बढ़ावा दिया जाए।
सामान्य ज्ञान को बढ़ाने के लिए आश्रम में न्यूजपेपर, मैगजीन व अन्य सामग्री की व्यवस्था की जाए, ताकि बच्चे इन सबका अध्ययन करके अपने ज्ञान में वृद्धि कर सके। सनातन धर्म संस्था के प्रधान रवि भूषण गर्ग ने डीसी को जानकारी देते हुए बताया कि संस्था द्वारा बाल उपवन, दत्तक ग्रहण एजेंसी, बाल संरक्षण केंद्र के साथ-साथ इस परिसर में वृद्ध आश्रम भी चलाया जा रहा है।
वर्तमान में बाल उपवन दत्तक ग्रहण केंद्र में 6 बच्चे हैं, जिनकी पूरी देखभाल की जा रही है। बाल संरक्षण केंद्र में 4 बच्चे हैं। मुख्य द्वार पर पालना लगाया गया है, जिस पर लिखा है कि आप नवजात को फैंके नहीं, हमें सौंप दें। इस मौके पर सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन राणा बंसल, जिला बाल संरक्षण अधिकारी प्रदीप कुमार, सीएमओ डॉ. रेणू चावला, डीसीडब्ल्यूओ बलबीर चौहान, रैडक्रॉस सचिव रामजी लाल, डॉ. बीरबल, कोमल, एडवोकेट अरविंद खुरानिया, वीना सेठी,  शारदा, नरेश कुमार, ललित सिंगला, अनूज कुमार, प्रिंस, सुरेश, विजय सिंह आदि मौजूद रहे।

बच्चों से अकेले में की गुफ्तगू

डीसी प्रशांत पंवार ने बाल उपवन का दौरा करते हुए सुझाव व शिकायत पेटिका का निरीक्षण किया। इतना ही नहीं, उन्होंने अकेले बंद कमरे में बाल उपवन में रह रहे बच्चों से दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने दोस्ताना लिहाज में बच्चों से पूछा कि खाने में क्या-क्या मिलता है। अगर यहां खाना बनाने वाले सही नहीं बनाते तो उन्हें बदल दें, तो इस पर बच्चों ने हंसते हुए कहा कि नहीं, हमारी आंटी अच्छा खाना बनाती है।

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