वैश्विक समस्याओं के समाधान में डाटा साइंस की अहम भूमिका : प्रो. सोमनाथ सचदेवा
कुरुक्षेत्र, 21 दिसंबर (हप्र)
वैश्विक समस्याओं के समाधान में डाटा साइंस की अहम भूमिका है। सांख्यिकी डाटा भविष्य का ईंधन है और समस्या के सही समाधान के लिए डाटा को सही रूप में शोधात्मक दृष्टि से प्रस्तुत करने की आवश्यकता है ताकि वैश्विक समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जा सके। ये विचार शनिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में सांख्यिकी विभाग द्वारा इनोवेटिव ट्रेड इन स्टैटिसटिक्स, ऑप्टिमाइजेशन एंड डाटा साइंस विषय पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में बोलते हुए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने व्यक्त किए। दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया व अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस की स्मारिका का विमोचन किया गया।
कुलपति ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं, वित्त, व्यापार, विज्ञान, सुशासन कार्यों, पर्यावरण, विभिन्न तकनीकी सर्वेक्षणों में सांख्यिकी व डाटा साइंस का महत्वपूर्ण योगदान है। बड़े-बड़े शहरों में ट्रैफिक जाम की व्यवस्था तथा पर्यावरण प्रदूषण संबन्धित समस्याओं को डाटा साइंस के माध्यम से सर्वेक्षण कर समाधान किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि यह कांफ्रेस सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक दूरियों को कम कर वैश्विक परिदृक्ष्य के सापेक्ष में अपनी सार्थकता सिद्ध करने में सफल होगी। इसके साथ ही उन्होंने कुवि द्वारा शोध के क्षेत्र में शिक्षकों को अवार्ड देने, पेटेंट के लिए इको सिस्टम बनाने व 19 ऑनलाइन प्रोग्राम्स द्वारा एआई, साइबर सिक्योरिटी, डाटा एनालिसिज, क्लाउड कम्प्यूटिंग आदि के बारे में अहम जानकारी दी। जापान के प्रो. कुनिओ शिमिजु (जापान) ने कहा कि भारत और जापान के बीच गहरे संबंध स्थापित करने के लिए इस प्रकार की कांफ्रेंस का आयोजन महत्वपूर्ण है। उन्होंने भावी शिक्षकों को डाटा साइंस में नवाचार के लिए प्रोत्साहित किया।
वेस्टर्न नॉर्वे यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज, हाउगेसुंड के प्रो. अजीत के. वर्मा ने कहा कि वैश्विक परिदृश्य को बदलने के लिए प्रौद्योगिकी और क्रांति की अहम् भूमिका है। आईएआरएस के अध्यक्ष प्रो. एससी मलिक ने आईएआरएस एसोसिएशन की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के निदेशक व सांख्यिकी विभाग के अध्यक्ष प्रो. मुकेन्द्र कादियान ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया व अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के उद्देश्य के बारे में बताया। मंच का संचालन छात्रा उपासना ने किया। अंत में आयोजन सचिव डॉ. जितेन्द्र खटकड़ ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।